
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: अमूमन ठंड के सीजन में परंपरागत रूप से उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाएं ग्वालियर के रास्ते आती रही हैं। जिसके चलते ग्वालियर-चंबल संभाग में सबसे पहले शीतलहर की स्थिति बनती थी। उसके बाद भोपाल एवं अन्य शहरों में ठंड के तेवर धीरे-धीरे तीखे होते थे, लेकिन इस बात मौसम का कुछ अलग ही रंग नजर आ रहा है। ग्वालियर में रात के तापमान में अभी तक अपेक्षाकृत गिरावट नहीं हुई है, जबकि राजगढ़, भोपाल, इंदौर में नवंबर के बाद दिसंबर में भी शीतलहर का प्रभाव देखा जा रहा है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक राजस्थान पर लगातार एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। उसके प्रभाव से सर्द हवाएं ग्वालियर तक पहुंचने के पहले ही मुड़कर मध्य प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। इस वजह से उत्तर की अपेक्षा प्रदेश का पश्चिमी एवं दक्षिणी क्षेत्र अधिक ठंडा बना हुआ है। इसके अलावा ला-निना प्रभाव भी इस बार भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है।
वर्ष-2001 से 2005 तक भोपाल में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 30 | 9.4 |
| 2002 | 30 | 11.9 |
| 2003 | 15 | 13.5 |
| 2004 | 30 | 11.8 |
| 2005 | 10 | 11.4 |
वर्ष-2021 से 2025 तक भोपाल में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 12 | 11.2 |
| 2022 | 27 | 9.8 |
| 2023 | 14 | 12.8 |
| 2024 | 29 | 8.2 |
| 2025 | 17 | 5.2 |
वर्ष-2001 से 2005 तक भोपाल में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 22 | 7.0 |
| 2002 | 28 | 9.9 |
| 2003 | 29 | 6.6 |
| 2004 | 11,13,27 | 9.8 |
| 2005 | 26 | 7.0 |
वर्ष-2021 से 2025 तक भोपाल में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 20 | 3.4 |
| 2022 | 08 | 8.6 |
| 2023 | 20 | 8.8 |
| 2024 | 16 | 3.3 |
| 2025 | 27 | 4.6 |
मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल के पूर्व निदेशक डॉ. डीपी दुबे ने बताया कि नवंबर माह से राजस्थान में एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। इसकी वजह से उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाएं ग्वालियर तक पहुंचने के पहले ही मुड़कर प्रदेश में प्रवेश कर रही हैं। इस वजह से प्रदेश का पश्चिमी क्षेत्र उत्तरी क्षेत्र की तुलना में लगातार सर्द बना हुआ है। प्रति चक्रवात अभी भी बना हुआ है। इसके अलावा इस बार पश्चिमी विक्षोभ भी कम संख्या में उत्तर भारत पहुंचे। जो आए भी उनकी तीव्रता कम रही है।
वर्ष-2001 से 2005 तक इंदौर में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 30 | 9.3 |
| 2002 | 30 | 11.2 |
| 2003 | 13 | 13.0 |
| 2004 | 30 | 9.0 |
| 2005 | 11 | 9.8 |
वर्ष-2021 से 2025 तक इंदौर में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 15 | 13.5 |
| 2022 | 26 | 11.2 |
| 2023 | 27 | 14.6 |
| 2024 | 23 | 11.6 |
| 2025 | 16 | 6.4 |
वर्ष-2001 से 2005 तक इंदौर में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 23 | 5.8 |
| 2002 | 28 | 8.4 |
| 2003 | 29 | 5.5 |
| 2004 | 12 | 8.6 |
| 2005 | 17 | 5.6 |
वर्ष-2021 से 2025 तक इंदौर में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 21 | 6.5 |
| 2022 | 08 | 10.1 |
| 2023 | 20 | 11.6 |
| 2024 | 11 | 8.6 |
| 2025 | 19 | 4.1 |
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहां से आ रही सर्द हवाओं के साथ ही इस बार राजस्थान की तरफ से भी शुष्क एवं सर्द हवाएं लगातार चल रही हैं। इस वजह से राजगढ़, भोपाल एवं इंदौर में रात के तापमान में लगातार कमी बनी हुई है। साथ ही इस बार ला निना का असर भी प्रभावी है। इस तरह की स्थिति अभी बनी रहने की संभावना है।
वर्ष-2001 से 2005 तक ग्वालियर में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 28,30 | 8.1 |
| 2002 | 27 | 9.4 |
| 2003 | 30 | 6.7 |
| 2004 | 30 | 10.8 |
| 2005 | 19 | 9.9 |
वर्ष-2021 से 2025 तक ग्वालियर में नवंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 24,25 | 8.0 |
| 2022 | 28 | 8.0 |
| 2023 | 25 | 9.4 |
| 2024 | 30 | 9.4 |
| 2025 | 26 | 9.3 |
वर्ष-2001 से 2005 तक ग्वालियर में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2001 | 14 | 2.6 |
| 2002 | 29 | 6.5 |
| 2003 | 30 | 5.6 |
| 2004 | 28 | 4.3 |
| 2005 | 16 | 3.9 |
वर्ष-2021 से 2025 तक ग्वालियर में दिसंबर में रात का सबसे कम तापमान
| वर्ष | तारीख | तापमान (°C) |
|---|---|---|
| 2021 | 19,20 | 1.8 |
| 2022 | 26 | 3.6 |
| 2023 | 20 | 5.7 |
| 2024 | 07 | 1.1 |
| 2025 | 27 | 6.7 |
ला नीना प्रशांत महासागर की एक जलवायु घटना है, जहां मध्य और पूर्वी प्रशांत में समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से कम हो जाता है। जिससे वैश्विक मौसम पैटर्न बदल जाते हैं। भारत में अक्सर मानसून के दौरान अधिक बारिश, तथा सर्दियों में उत्तर भारत में ज़्यादा ठंड और बर्फबारी होती है, जबकि दक्षिण-पूर्व एशिया और इंडोनेशिया में ज़्यादा नमी और आस्ट्रेलिया में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।