
भोपाल। निगम-मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों का मामला कुछ दिन के लिए फिर टल गया, अब 15 अगस्त के बाद नए सिरे से कवायद होगी। पिछले एक पखवाड़े से दावेदार बेसब्री से लोकल चुनाव के मतदान का इंतजार कर रहे थे। उन्हें संकेत मिले थे कि संभवत: 12 अगस्त को सूची जारी हो सकती है। दर्जा मंत्रियों की सूची में लेट-लतीफी के कारण ऐसे दावेदार पसोपेश में हैं जो पूर्व में निगम मंडलों की कमान संभाल चुके हैं। पहले दिग्गज नेताओं की पसंदीदा रहे ये नेता अब फिर अपनी ताजपोशी के लिए लाबिंग कराने में लगे हैं।
प्रदेश में तीसरी बार सरकार बने पौने दो साल बीत चुके हैं ये नेता लगातार गणेश परिक्रमा करते रहे। पूर्व में दर्जामंत्री रह चुके 35-40 दावेदारों में कुछ नेता ऐसे भी हैं जिन्हें किसी न किसी नेता का आश्वासन मिल चुका है इसलिए उनकी उम्मीदें बढ़ गईं हैं। सत्ता-संगठन की अनुकंपा पाकर सत्ता में शामिल रह चुके इन नेताओं में रामकिशन सिंह चौहान, विजेन्द्र सिंह सिसोदिया, रमेश शर्मा गुट्टू भैया, गोविंद मालू, राय सिंह सेंधव, अखंड प्रताप सिंह, सत्यनारायण सिंह सत्तन, शिवकुमार चौबे, राजेन्द्र सिंह राजपूत, माधव सिंह दांगी और गुरु प्रसाद शर्मा जैसे दावेदार भी शामिल हैं।
महिला नेत्री भी सक्रिय
बीजेपी की महिला नेत्रियों में उपमा राय, ऊषा चतुर्वेदी, अमिता चपरा, रेलम चौहान, राजो मालवीय, कृष्णकांता तोमर, शशि सिन्हो, सरिता देशपाण्डे, रीना गुजराल, ज्योति येवतीकर एवं आशा यादव शरीक हैं। सहकारी क्षेत्र के नेताओं में किशन सिंह भटोल, रमाकांत भार्गव, कैलाश सोनी, अरुण सिंह तोमर एवं सुरेंद्र प्रताप सिंह बेबी राजा भी अपने-अपने स्तर पर सत्ता-संगठन के वरिष्ठ नेताओं से बात कर चुके हैं।