नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भवन निर्माण के लिए सस्ते स्टील के झांसे में आकर भोपाल के एक सिविल ठेकेदार ने सवा छह लाख रुपये गंवा दिए। आरोपित जामताड़ा (झारखंड) के साइबर ठग हैं, जो मुंबई की नामी स्टील कंपनी की फर्जी वेबसाइट और मोबाइल नंबर के जरिए ठेकेदारों को टार्गेट कर रहे हैं।
भोपाल के ठेकेदार ने पिछले महीने स्टील कंपनी का ऑनलाइन एड देखा था। उन्होंने कंपनी को इंटरनेट पर सर्च किया और वेबसाइट में जाकर ऑर्डर दिया। एडवांस पेमेंट के रूप में उन्होंने सवा छह लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन बाद में जांच में सामने आया कि कंपनी फर्जी थी और उन्हें चपत लग चुकी है। इसके बाद उन्होंने साइबर सेल में शिकायत की।
पुलिस के अनुसार, भोपाल के करोंद क्षेत्र में रहने वाले तपस उपाध्याय पेशे से सिविल ठेकेदार हैं। तपस ने शिकायत में बताया कि उन्होंने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक निजी कंपनी का सस्ते दाम में स्टील का ऑफर देखा था। इंटरनेट पर खोजते हुए उन्हें एक वेबसाइट मिली, जिसमें मुंबई की एक जानी-मानी कंपनी के नाम और लोगों का उपयोग किया गया था। वेबसाइट पर दिए गए मोबाइल नंबर से बातचीत शुरू हुई। दूसरी तरफ से कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को कंपनी का सेल्स मैनेजर बताया और भरोसा दिलाया कि थोक ऑर्डर पर विशेष छूट दी जा रही है।
तपस ने सस्ते दाम के लालच में स्टील का ऑर्डर दे दिया। साइबर ठगों ने उनसे छह लाख 27 हजार रुपये एडवांस राशि के रूप में मांगे तो उन्होंने सवा छह लाख भरोसा कर भेज दिए। वहीं राशि ट्रांसफर होने के बाद ठेकेदार ने मोबाइल पर संपर्क करना चाहा तो फोन बंद मिला। कुछ घंटों बाद उन्होंने स्टील कंपनी की जानकारी जुटाई तो मालूम हुआ कि फर्जी वेबसाइट पर उनसे ठगी हुई है।
भोपाल साइबर सेल में शिकायत के बाद, पुलिस की शुरुआती जांच में ठगों का नेटवर्क झारखंड के जामताड़ा इलाके से जुड़ा पाया गया है। पुलिस आइपी एड्रेस और ट्रांजेक्शन डिटेल्स के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में तेजी से कार्रवाई जरूरी है, ताकि रकम को होल्ड कराया जा सके और गिरोह तक पहुंचा जा सके।