
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर कई जानकारियां सामने आ रही हैं। एक-एक पते पर सौ से लेकर डेढ़ सौ तक मतदाताओं के नाम दर्ज हैं। भोपाल के नरेला विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कई मकान हैं। जबकि, नियम यह है कि दस से अधिक मतदाता के नाम एक स्थान पर होने पर सहायक निर्वाचन पदाधिकारी को जांच करनी चाहिए पर ऐसा नहीं हुआ। उस समय कौन बीएलओ और सहायक निर्वाचन पदाधिकारी थे, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। वह शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
दिग्विजय ने कहा कि मतदाता सूची के काम में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों को चेता देता हूं कि यदि कोई गड़बड़ी हुई तो कोई नहीं बचा पाएगा। बैठक में वोट रक्षक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को छोड़कर बैठक में अधिकतर सदस्य उपस्थित रहे। बैठक के बाद हुई पत्रकारवार्ता में दिग्विजय सिंह ने आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) घर-घर जाकर फार्म भरवाते थे, लेकिन अब संवैधानिक जिम्मेदारी से हटकर काम हो रहा है। नरेला क्षेत्र में जिस घर में वास्तव में केवल चार लोग रहते हैं, वहां की मतदाता सूची में उस पते पर 108 नाम दर्ज हैं। यह सुनियोजित फर्जीवाड़ा है, जिसे मनोज शुक्ला ने सार्वजनिक किया है।
वर्ष 2023 और 2025 में यहां तैनात रहे सभी बीएलओ, सुपरवाइजर और रिटर्निंग आफिसर की भूमिका की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। कर्मचारी निष्पक्ष और ईमानदारी से काम करें क्योंकि यदि कांग्रेस प्रमाण के साथ साबित कर देती है कि आपने गलत मतदाता सूची तैयार की, तो आपको बचाने कोई भी भाजपा का नेता नहीं आएगा। एक माह तक पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कोई और दूसरा काम न करें। एसआइआर में जुट जाएं। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में पात्र मतदाताओं के नाम सूची से गायब हैं या गलत ढंग से स्थानांतरित किए जा रहे हैं। भाजपा के दबाव में चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
बीएलए करेंगे मतदाताओं के अधिकार की रक्षाजीतू पटवारी ने बताया कि पार्टी मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए वोट रक्षक अभियान शुरू कर रही है। सूची के प्रकाशन के बाद हमारे नेता और कार्यकर्ता बूथ-बूथ जाएंगे। ब्लाकवार जिम्मेदारी तय होगी। पार्टी के बीएलए वोट रक्षक की भूमिका में रहेंगे। प्रत्येक बूथ पर नामों की बारीकी से जांच करेंगे। गलत नाम होने पर दावा-आपत्ति भोपाल से लेकर दिल्ली तक की जाएगी।
विधायक का नाम ही दूसरे विधानसभा क्षेत्र में पहुंच गया। एसआईआर के लिए गठित समिति के अध्यक्ष सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि गड़बड़ियां बड़े पैमाने पर हो रही हैं। ग्वालियर के कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार का नाम उनके अपने विधानसभा क्षेत्र से हटाकर दूसरे विधानसभा क्षेत्र में दर्ज कर दिया गया है।
वोट चोरी-गद्दी छोड़ अभियान के तहत नई दिल्ली में 14 दिसंबर को कांग्रेस की रैली होगी। इसमें सभी राज्यों में हस्ताक्षर अभियान चलाकर एकत्र किए गए प्रपत्र राष्ट्रपति को सौंपे जाएंगे। मध्य प्रदेश से 35 लाख प्रपत्र भेजे गए हैं।
हर सब एक हैं
पत्रकारवार्ता में जिला संगठन मंत्री की नियुक्ति निरस्त करने के सवाल पर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि नियुक्ति को लेकर हमारी आंतरिक व्यवस्था है। उसके अनुरूप नियुक्तियां होंगी। बैठक में भी यह विषय आया तो बताया गया कि इस पद का नाम हमारी संगठन व्यवस्था में नहीं है। महासचिव होना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम सब एक हैं और नियुक्ति जल्द होगी। ब्लॉक अध्यक्ष और महिला कांग्रेस में पदाधिकारियों की नियुक्ति जल्द करने को लेकर भी चर्चा हुई।