नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अमृत भारत योजना के अंतर्गत संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन को बनाया जा रहा है। स्टेशन पर चल रहे काम के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा रहा है। स्टेशन पर बने दोनों प्लेटफार्म पर पानी भरा रहता है, जिसके कारण पूरे समय फिसलन बनी रहती है।
वहीं, शेड से टपकते पानी के कारण यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने और उतने में भी परेशानी हो रही है। स्टेशन के निर्माण कार्य के दौरान स्टेशन की दीवार पर गुटाखे के निशान बने हुए है और मुख्य द्वार पर गाय ने कब्जा कर रखा है। स्टेशन के बाहर आटो चालक और ई-रिक्शा खड़े रहते है। इसी कारण यात्रियों को निकलने तक की जगह नहीं मिलती है।
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और फुटओवर ब्रिज के बीच में जगह होने के कारण से प्लेटफार्म के शेड से फर्श पर पानी बहता रहता है। शेड से टपकते पानी और प्लेटफार्म पर फैले पानी के बीच अफरा-तफरी की स्थिति में ट्रेन पकड़ना यात्रियों के परेशानी हो रही है। इतना ही नहीं यात्रियों की परेशानी मुख्य मार्ग से आते वक्त ही शुरू हो जाती हैं। यहां आने और जाने के लिए एक ही रास्ता है। इसी रास्ते से बैरागढ़ से सीटीओ के बीच आटो चालक खड़े रहते हैं। ऐसे में ट्रेनों की आने के दौरान स्टेशन के बाहर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है।
संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर रोजाना 40 से अधिक ट्रेनों आती है। ऐसे में स्टेशन से रोजाना 5 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। रेलवे प्रबंधन प्लेटफार्म पर मौजूद इतनी सारी अव्यवस्थाएं होने के बावजूद अनदेखा कर रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर डिब्बे की जानकारी के लिए डिस्पले बोर्ड लगे हुए हैं, लेकिन ज्यादातर ट्रेन के डिब्बे निर्धारित जगह पर नहीं रुकते हैं। ऐसे में यात्रियों को डिस्प्ले बोर्ड के मुताबिक प्लेटफार्म पर खड़े होने के बाद भी इधर-उधर भागना पड़ता है।