नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बागसेवनिया के कुंदन नगर में रहने वाले 45 वर्षीय दवा कंपनी के अधिकारी उमेश ठाकरे ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए। उनको साइबर ठगों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग (शेयर मार्केट) के जाल में फंसाया और एक एप डाउनलोड कराकर उनके से करीब 50.45 लाख रुपये हड़प लिए। बाद में जब उन्होंने जब मुनाफा नजर आने पर रकम निकालने का प्रयास किया तो आरोपितों ने उनको धमकाया और साढ़े सात करोड़ के जुर्माना भरने की बात करने लगे।
बाद में उन्हें समझ आया कि वह ठगी के शिकार हो गए और उन्होंने बागसेवनिया थाने पहुंचकर पूरे मामले की लिखित शिकायत की। बागसेवनिया थाने के एएसआइ मनोज शर्मा ने बताया कि उमेश ठाकरे मंडीदीप स्थित निजी दवा फैक्ट्री में प्रोडेक्शन अधिकारी हैं। कुछ समय से पहले पैरालाइसिस अटैक आने के बाद से वह बीमार रहते हैं। एक अगस्त 2025 को उनके पास मोबाइल नंबर वाट्सएप पर अनु शर्मा नाम से एक व्यक्ति ने संपर्क किया और कहा कि क्यूआइबी नाम से ऑनलाइन ट्रेडिंग कराते हैं, इसके बाद अन्य नंबर से एंजी जोंस के नाम के व्यक्ति उन्हें बर्गर नाम का एक एप डाउनलोड कराया गया।
शुरूआत छोटे मोटे लाभ दिलवाए और बाद में आइपीओ में निवेश का झांसा दिया। उनसे मधेपुरा बिहार, कोलकाता और दुर्गापुर जिला वर्धमान में पश्चिचम बंगाल, रावाभाटा रायपुर छत्तीसगढ़ के खातों में करीब 50.45 लाख रुपये जमा करा लिए गए। बाद में उन्हें निवेश की रकम में तीन करोड़ का मुनाफा ऑनलाइन नजर आने लगा, तो उन्होंने रकम निकलने की कोशिश की तो शातिर ठगों ने उन्हें 37 लाख रुपये का टैक्स जमा करना होगा। अगर रकम नहीं दी तो सात करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। उसके बाद वह रकम पर बात करते तो उन्हें धमकाया जा रहा है। इस पर उन्होंने बागसेवनिया थाने में शिकायत की। पुलिसा ने अनु शर्मा, एजी जोंस और बरगर एप समेत अन्य लोगों पर एफआइआर दर्ज कर ली है।