
डिजिटल डेस्क, इंदौर। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) एक बार फिर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर आलोचनाओं के घेरे में आ गया है। कम्प्यूटर विज्ञान परीक्षा-2025 के लिए शुक्रवार शाम जारी किए गए एडमिट कार्ड में गंभीर त्रुटि सामने आने के बाद आयोग को लिंक बंद करनी पड़ी।
हालांकि शनिवार को आयोग ने गलती स्वीकार करते हुए संशोधित एडमिट कार्ड जारी करने का भरोसा दिया, लेकिन देर शाम तक अभ्यर्थियों को नया प्रवेश पत्र उपलब्ध नहीं कराया जा सका। परीक्षा की तारीख नजदीक होने के कारण उम्मीदवारों की चिंता बढ़ती जा रही है।
शुक्रवार को जारी किए गए एडमिट कार्ड के निर्देशों में परीक्षा पैटर्न से जुड़ी बड़ी गलती सामने आई। इसमें निगेटिव मार्किंग का उल्लेख कर दिया गया था। निर्देशों के अनुसार एक गलत उत्तर पर एक अंक काटे जाने और सही उत्तर पर तीन अंक मिलने की बात लिखी गई थी, जबकि सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर साइंस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है। इस परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न चार अंक का होता है। इस विरोधाभास ने अभ्यर्थियों को भ्रमित कर दिया।
शनिवार को MPPSC ने सूचना जारी कर माना कि प्रवेश पत्र के निर्देशों में बिंदु क्रमांक-03 के तहत ऋणात्मक मूल्यांकन का उल्लेख त्रुटिवश हो गया है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि संशोधित लिंक जारी होने के बाद सभी अभ्यर्थी नया एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। जिन्होंने पहले प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया है, वे भी दोबारा संशोधित एडमिट कार्ड प्राप्त कर पाएंगे।
सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर साइंस परीक्षा 4 जनवरी 2026 को दो सत्रों में आयोजित की जानी है। परीक्षा में अब कुछ ही दिन शेष हैं, ऐसे में एडमिट कार्ड को लेकर बनी अनिश्चितता से अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई है। संभावित परीक्षा शहर इंदौर बताए जाने के बावजूद आधिकारिक पुष्टि न होने से उम्मीदवारों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
बार-बार तकनीकी और प्रक्रियागत त्रुटियों के चलते MPPSC की पारदर्शिता और कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि आयोग जल्द से जल्द संशोधित एडमिट कार्ड जारी कर स्पष्ट जानकारी दे, ताकि परीक्षा की तैयारी पर इसका नकारात्मक असर न पड़े।