नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के जज एन कोटेश्वर सिंह की फर्जी पहचान बताकर एक शातिर बदमाश व्यापारी को पांच महीने तक धमकाता रहा। आरोपित सोशल मीडिया के माध्यम से व्हाट्सएप कॉल के जरिए व्यापारी से बात करता था। वह खुद को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बताता था और अपने डीपी (डिस्प्ले पिक्चर) पर भी जज एन कोटेश्वर सिंह की फोटो लगाई थी। व्यापारी के बेटे ने जब दिल्ली पहुंचकर अपने दोस्तों के जरिए सुप्रीम कोर्ट जज के बारे में जानकारी जुटाई तो बदमाश की करतूत से पर्दा उठा।
पुलिस का कहना है कि अब तक फरियादी ने धोखाधड़ी या किस बात को लेकर धमकाता था, यह स्पष्ट नहीं किया है। शिकायत पर हबीबगंज थाने में लोक सेवक का प्रतिरूपण और छद्मवेश द्वारा धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपित की लोकेशन गुरूग्राम, हरियाणा में ट्रेस की है। एसआइ अखिलेश त्रिपाठी के अनुसार 67 वर्षीय नरेंद्र सिंह अरोरा हबीबगंज क्षेत्र स्थित अरेरा कालोनी ई-7 में परिवार के साथ रहते हैं और पेशे से व्यापारी हैं।
दिसंबर, 2024 में उन्हें व्हाट्सएप कॉल आया था। फोन करने वाले ने खुद को सुप्रीम कोर्ट जज एन कोटेश्वर सिंह के रूप में परिचय दिया। साथ ही उसने बताया कि आपकी बेटी से नंबर प्राप्त किया था। उसकी डीपी पर चूंकि जज का फोटो भी लगा था, जिससे व्यापारी को उस पर विश्वास हो गया। दोनों के बीच अप्रैल 2025 तक कई बार फोन पर बातें होती रहीं, जिसमें आरोपित ने व्यापारी को धमकाया।
बाद में व्यापारी का बेटा सौरभ अरोरा जब दिल्ली पहुंचा और अपने दोस्तों के जरिए जज से जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि उन्होंने कभी पिता नरेंद्र सिंह अरोरा से बात ही नहीं की। थाना प्रभारी संजीव चौकसे ने बताया कि आरोपित की लोकेशन गुरूग्राम में मिली है। अब तक धमकाने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।