
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा में पदस्थ महिला डीएसपी कल्पना रघुवंशी ने अपनी सहेली के घर से दो लाख रुपये की नकदी और मोबाइल फोन चुरा लिया। उसके बाद से वह फरार है। सहेली की शिकायत पर जहांगीराबाद थाने में अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। बदनामी के डर से पुलिस इस मामले को छिपाए हुए थी।
जहांगीराबाद पुलिस के अनुसार 35 वर्षीय प्रवीण उर्फ प्रमिला तिवारी जहांगीराबाद क्षेत्र स्थित महालक्ष्मी परिसर में रहती हैं। वे जीवन बीमा एजेंट के तौर पर काम करती हैं। भदभदा स्थित पुलिस बटालियन में रहने वालीं डीएसपी कल्पना रघुवंशी से उनकी दोस्ती है। कल्पना पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा में पदस्थ हैं और पिछले एक साल से चिकित्सा अवकाश पर हैं। पिछले 24 सितंबर को प्रमिला के पिता ने उन्हें दो लाख रुपये दिए थे। बेटी की कोचिंग फीस के लिए प्रमिला ने वे रुपये अपने बैग में रखे थे और बैग बाहर के कमरे में रखा हुआ था।
शाम करीब 6:30 बजे जब प्रमिला बाथरूम में नहाने गई थीं और बेटी अपने कमरे में मौजूद थी। तब डीएसपी कल्पना घर का दरवाजा खुला देखकर अंदर घुसीं और महज 40 सेकेंड बाद बाहर निकल गईं। प्रमिला नहाकर वापस आईं तो उन्हें नकदी और मोबाइल नहीं मिले। उन्होंने फ्लैट में लगे सीसीटीवी के फुटेज देखे तो कल्पना दिखाई दीं। इन तथ्यों के साथ वे थाने पहुंची और शिकायत की। पुलिस ने दो अक्टूबर को केस दर्ज किया, लेकिन अभी तक अपनी अधिकारी को गिरफ्तार करने की कोई कोशिश नहीं की। इस बीच पुलिस मुख्यालय ने कल्पना रघुवंशी को पदावनत कर दिया है।
पीड़िता प्रमिला ने बताया कि कल्पना से उनका करीब छह साल पुराना परिचय है। प्रमिला ने कल्पना की मां का गरीबी रेखा से नीचे का राशन कार्ड बनवाया था। तब पहली बार जान-पहचान हुई थी। बीते करीब आठ महीने से उनका एक-दूसरे के घर आना-जाना शुरू हुआ था। प्रमिला करीब हर सप्ताह उनके घर आती-जाती थीं। प्रमिला ने बताया कि 50 वर्षीय कल्पना अविवाहित हैं और अपनी मां के साथ पुलिस बटालियन के सरकारी आवास में रहती हैं।
चोरी के मामले में महिला की सहेली पर केस दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है, जिसके बाद तथ्य सामने आने पर महिला की गिरफ्तारी के प्रयास होंगे- आशुतोष गुप्ता, डीसीपी जोन-1