भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। वंदे भारत एक्सप्रेस के बैटरी बाक्स में आग कैसे लगी, इसकी जांच छह रेल अधिकारी करेंगे। यह जांच मंगलवार को होनी थी, जोकि अब बुधवार को होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस रैक के कोच के बैटरी बाक्स में आग लगी थी, उस रैक को रेलवे ने हजरत निजामुद्दीन में रोक लिया है। वहां से दूसरा रैक लगाकर ट्रेन को रवाना किया गया, जो सोमवार रात 11.20 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंची है।
उल्लेखनीय है कि हजरत निजामुद्दीन जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच सी 14 के बैटरी बाक्स में सोमवार तड़के 7.10 बजे कल्हार स्टेशन के पास आग लगी थी। उप स्टेशन प्रबंधक व पाइंटमैन ने बड़ी दुर्घटना से बचाया वंदे भारत एक्सप्रेस जब कल्हार स्टेशन से गुजर रही थी तभी कल्हार उप स्टेशन प्रबंधक महेंद्र कुमार एवं पाइंटमैन (कांटेवाला) काशीराम ने कोच के बैटरी बाक्स से धुआं उठने की सूचना रेलवे के आपरेटिंग कंट्रोल को दी थी। ट्रेन को आगे आने वाले कैथोरा स्टेशन पर रोक लिया गया। बाक्स को खोलकर देखा गया तो आग की लपटें निकलने लगी। अग्निशामक यंत्रों की मदद से रेलकर्मियों व जवानों ने आग पर काबू पाया। तब तक खाली हो गई ट्रेन जैसे ही ट्रेन को रोका तो यात्रियों के मन में आशंका पैदा हुई। तब तक कोच में रखे अग्निशामक यंत्र उतारे जाने लगे। तब तक यात्री सबकुछ समझ गए और हड़बड़ी में पूरी ट्रेन खाली हो गई।
मेधा कंपनी पर उठे सवाल
ट्रेन में इलेक्ट्रिक उपकरण मेधा कंपनी ने लगाए हैं। आग लगने के बाद कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि एक अप्रैल को ही उक्त रैक पटरी पर उतरा है। ऐसे में आग लगना कई सवाल खड़े कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि कंपनी की पूरी जिम्मेदारी है, जवाब मांगा जा रहा है।
सेंसर तकनीकी काम नहीं आई
ट्रेन में सेंसर लगे हुए हैं, जो आग लगने व धुआं उठने की स्थिति में तुरंत चालक दल को अलर्ट मैसेज देते हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह आग बाहरी हिस्से में लगी थी इसलिए उक्त सेंसरों ने काम नहीं किया।
रेलवे ने की खानपान व्यवस्था
घटना के कारण जब ट्रेन लेट हो गई तो रेलवे ने यात्रियों के लिए बीना, झांसी में खानपान की अतिरिक्त व्यवस्था की।
बीना से निजामुद्दीन तक भेजा एक अधिकारी
वंदेभारत एक्सप्रेस भोपाल मंडल की ट्रेन थी इसलिए रेल अधिकारियों ने ट्रेन में आग लगने को गंभीरता से लिया। एडीआरएम ने बीना से एडीएमई गजराज सिंह को ट्रेन के साथ निजामुद्दीन तक भेजा।
जीएम करेंगे सम्मान
इधर उप स्टेशन प्रबंधक महेंद्र कुमार एवं पाइंटमैन (कांटेवाला) काशीराम की सतर्कता व सूझबूझ के लिए पश्चिम मध्य रेलवे के जीएम सुधीर कुमार गुप्ता ने उनका सम्मान करने का निर्णय लिया है।
पहले भी हुई घटनाएं
इसी वंदे भारत एक्सप्रेस से दो माह के दौरान मवेशी टकराने की घटना हुई है। ग्वालियर से दिल्ली के बीच पत्थरबाजी भी हो चुकी है, जिसमें पांच कोच के कांच टूट चुके हैं।
ये करेंगे जांच
सीनियर डीएसओ, सीनियर डीईई टीआरओ, सीनियर डीएमई, सीनियर डीओएम सामान्य, सीनियर डीईई सामान्य व सीनियर डीएससी भोपाल जांच करेंगे।
चालक दल व रैक का रख-रखाव करने वालों से होंगी पूछताछ
चालक दल में शामिल एलपीएम एमएम खान, एएलपी अंकित श्रीवास्तव व ट्रेन मैनेजर विकास खत्री व रैक का रख-रखाव करने वाले मेधा कंपनी के इंजीनियर पुष्पेंद्र कुमार, रेलवे के एसएसई विद्युत विजय महर्षि, एसएसई यांत्रिक विकास शुक्ला, जेई टीएल आदित्य वर्मा से पूछताछ होगी।