- धरना स्थल पर पहले नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पहुंचे फिर पूर्व सीएम शिवराज सिंह
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि विद्वान करीब एक सप्ताह से राजधानी के शाहजहांनी पार्क में धरने पर बैठे हैं। सोमवार को अतिथि विद्वानों से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव मिलने पहुंचे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंच गए। दोनों नेताओं ने अतिथि विद्वानों को आश्वासन दिया कि वे चिंता न करें। उनकी लड़ाई में पूरी भाजपा उनके साथ है। उनका मामला विधानसभा में उठाकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो उनके साथ सड़कों पर उतरकर भी लड़ाई लड़ी जाएगी। वहीं, दूसरी ओर अतिथि विद्वानों की धरने की अनुमति समाप्त हो चुकी है। मंगलवार से विधानसभा सत्र भी शुरू हो रहा है। ऐसे में प्रशासन अतिथि विद्वानों का हटा सकता है।
अतिथि विद्वान महासंघ के अध्यक्ष डॉ. देवराज सिंह ने बताया कि भाजपा के दोनों नेताओं ने धरना स्थल पर पहुंचकर अतिथि विद्वानों से मुलाकात की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सरकार के दबाव में आए बिना धरना जारी रखें। पूरी पार्टी अतिथि विद्वानों के साथ है। मांगने के बावजूद सरकार धरने की अनुमति नहीं दे रही है। यदि सरकार ने धरना स्थल से जबरन अतिथि विद्वानों को हटाया तो भाजपा उनके साथ सड़कों पर आकर लड़ेगी। साथ ही विधानसभा में सरकार को घेरा जाएगा कि जब वचन पत्र में वादा किया था तो अब निभाओ। अतिथि विद्वानों को नियमित करो। डॉ. सिंह के मुताबिक हम किसी भी कीमत पर नियमितीकरण होने तक धरना समाप्त नहीं करेंगे। सरकार बेहद असंवेदनशील तरीके का व्यवहार अतिथि विद्वानों के साथ कर रही है। पिछले एक सप्ताह से अतिथि विद्वान धरना दे रहे हैं। जिसमें महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ शामिल हो रही हैं, इसके बावजूद सरकार का कोई प्रतिनिधि अब तक मिलने नहीं आया है।