
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। रानी कमलापति स्टेशन से दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के बीच संचालित वंदे भारत ट्रेन बदलने जा रही है। 16 रैक के साथ संचालित हो रही यह ट्रेन अब 20 डब्बों के साथ चलेगी। इसकी वजह से इसमें 400 सीटों की क्षमता बढ़ जाएगी। नये रैक सोमवार-मंगलवार की रात भोपाल पहुंच गए। इस नई रैक के साथ गाड़ी का संचालन जल्दी ही शुरू हो जाएगा। वंदे भारत एक्सप्रेस का 20 कोच वाला रैक मिसरोद स्टेशन पर खड़ा किया गया है। संचालन की तिथि तय होने के बाद इसे रानी कमलापति स्टेशन पर लाया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन कब से पटरी पर दौड़ना शुरू करेगी, इसकी अभी कोई आधिकारिक तारीख तय नहीं की गई है। नए रैक के डिब्बों के डिजाइन और सुविधाओं में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। ट्रेन का रूट, किराया और स्टॉपेज पहले जैसे ही रहेंगे। चार कोच बढ़ जाने से 400 यात्रियों की क्षमता बढ़ जाएगी। यह ट्रेन भोपाल से दिल्ली और दिल्ली से भोपाल आने-जाने वाले यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प है। सप्ताहांत में इसके टिकटों की मांग बढ़ जाती है। इसकी वजह से कई बार यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता है। क्षमता बढ़ जाने के बाद यह समस्या कुछ हद तक दूर हो जाएगी।
एक्सप्रेस में केवल रैक की नहीं बदल रहा, इसका रंग भी बदलने जा रहा है। अभी तक नीले-सफेद रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस दौड़ रही थी। जो नया रैक भोपाल आया है उसका रंग केसरिया, भूरा है। इस रंग के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस के पहले संस्करण को सितंबर 2023 में लॉन्च किया गया था। भोपाल में इसका प्रयोग पहली बार होगा।
इस प्रीमियम ट्रेन से दिल्ली तक की यात्रा अवधि लगभग आधी रह गई है। भोपाल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों से 700 किलोमीटर की इस दूरी की यात्रा में 10 से 11 घंटे का समय लगता है। वंदेभारत एक्सप्रेस यह दूरी 7.40 घंटे में पूरी कर लेती है। इसकी सेवा शनिवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन उपलब्ध है। रानी कमलापति स्टेशन से यह सुबह 5.40 पर रवाना होकर 1.16 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंच जाती है। वहीं जहरत निजामुद्दीन से दोपहर 2.40 बजे रवाना होकर रात 10.16 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचती है।
भोपाल मंडल सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने कहा कि यात्रियों की बढ़ती संख्या और आक्यूपेंसी को देखते हुए कोच बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। जल्दी ही इसका संचालन शुरू हो जाएगा।