खुशखबरी: अतिथि विद्वानों को कालेजों में नियुक्ति के लिए एक और मौका, उच्च शिक्षा विभाग ने दिए निर्देश
Guest Teacher Appointment: अतिथि विद्वानों (Atithi Vidwan) की नियु्क्ति के संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने समय-सारणी जारी कर दी है। इसके लिए 12 से 17 अगस्त तक अतिथि विद्वानों को विकल्प भरने का अवसर दिया गया है। इसके लिए उन्हें आवेदन करना होगा। वरीयता के अनुसार 19 अगस्त को कालेज आवंटित किए जाएंगे। इन्हें 22 अगस्त तक कार्यभार ग्रहण करना होगा।
Publish Date: Sun, 10 Aug 2025 02:25:18 PM (IST)
Updated Date: Sun, 10 Aug 2025 03:21:17 PM (IST)
MP News: उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर अतिथि विद्वानों को मिलेगा कालेजों में नियुक्ति के लिए एक और मौका।HighLights
- उच्च शिक्षा विभाग ने कालेजों को दिए थे निर्देश।
- खाली रिक्त पदों की सूची अपडेट करने को कहा।
- अस्थायी होगी अतिथि विद्वानों की नियुक्ति।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। कालेजों का शैक्षणिक सत्र एक जुलाई से शुरू हो गया है, लेकिन प्रदेश के सरकारी कालेजों में सहायक प्राध्यापकों (Assistance Teachers Vacancy) के कई पद रिक्त हैं। इससे पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए अतिथि विद्वान (Guest Teacher) रखकर व्यवस्था बनाई जा रही है।
उच्च शिक्षा विभाग ने जिलों से जानकारी मांगी है कि किस कालेज में विषयवार कितने अतिथि विद्वानों की आवश्यकता है। साथ ही ऐसे अतिथि विद्वान जो एक ही कालेज में एक वर्ष से अधिक समय से अध्यापन कार्य कर रहे हैं, उन्हें स्थल परिवर्तन की सुविधा देने का निर्णय भी लिया गया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने जारी की समय-सारणी
इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने समय-सारणी जारी कर दी है। इसके लिए 12 से 17 अगस्त तक अतिथि विद्वानों को विकल्प भरने का अवसर दिया गया है। इसके लिए उन्हें आवेदन करना होगा। वरीयता के अनुसार 19 अगस्त को कालेज आवंटित किए जाएंगे। इन्हें 22 अगस्त तक कार्यभार ग्रहण करना होगा।
कालेज को कार्यभार ग्रहण कर चुके अतिथि विद्वानों की 23 अगस्त तक पोर्टल पर ज्वाइनिंग दर्ज करनी पड़ेगी। बता दें कि प्रदेश के कालेजों में 4500 अतिथि विद्वान पदस्थ हैं।
अस्थायी होगी अतिथि विद्वानों की नियुक्ति
अतिथि विद्वानों की नियुक्ति अस्थायी होगी वर्तमान में कालेजों में सहायक प्राध्यापकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी चल रही है। अगर अतिथि विद्वानों की ज्वाइनिंग के बाद भी किसी पद पर भर्ती होती है तो उन्हें वहां से हटना होगा। अतिथि विद्वानों की यह नियुक्तियां नियमित फैकल्टी के रिक्त पदों पर अस्थायी रूप से की जाएंगी।