नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन पर बारिश ने एक बार फिर रेलवे इंजीनियरिंग की पोल खोल दी। सोमवार की बारिश में प्लेटफार्म नंबर-1 पर छत और शेड से धाराओं की तरह पानी गिरता रहा। इससे यात्री और उनका सामान पूरी तरह भीगते नजर आए।
पिछले तीन महीनों से लगातार स्टेशन के प्लेटफार्म के अंदर पानी टपकने की शिकायत मिल रही है। इस बार भी कुछ बूंदें गिरते ही छत से झरने जैसी धाराएं बहने लगीं। फर्श पर पानी भर जाने से यात्री फिसलने के डर से परेशान रहे।
सबसे अधिक दिक्कत प्लेटफार्म नंबर-1 पर रही। यहां बैठने की जगहों तक पर पानी टपकता रहा, जिससे यात्रियों को खड़े होकर शरण लेनी पड़ी। कई यात्री अपना सामान बचाने के लिए इधर-उधर छिपते नजर आए।
नई बिल्डिंग पर उठे सवाल
स्टेशन पर सिर्फ दो साल पहले ही नई बिल्डिंग और शेड का निर्माण कराया गया था। इसके बावजूद हर बारिश में छत और शेड से पानी टपकना रेलवे इंजीनियरिंग पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
यात्रियों का कहना है कि रेलवे अधिकारी लगातार निरीक्षण करते हैं, लेकिन समस्या का स्थायी हल अब तक नहीं निकला। प्लेटफार्म पर बहता पानी न सिर्फ असुविधा पैदा करता है बल्कि बड़ी दुर्घटना का कारण भी बन सकता है। हर साल होने वाली इस स्थिति से यात्री परेशान हैं, मगर समाधान नाममात्र का ही किया जा रहा है।