Heavy Rain in Bhopal:भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश के सरकारी व निजी स्कूलों में नौवीं व दसवीं की कक्षाएं गुरुवार से शुरू होनी थी, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश से गफलत के कारण परेशानी हुई। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए आदेश में सभी कक्षाओं के लिए दिन तय किए गए थे। गुरुवार को बारहवीं की कक्षाएं लगना तय था। इसके बावजूद सरकारी स्कूलों ने दसवीं कक्षा के बच्चों को भी बुला लिया था। वहीं, निजी स्कूलों में बारहवीं के बच्चे पहुंचे। बारिश के कारण निजी स्कूलों में बहुत कम उपस्थ्ािति रही, क्योंकि बस और वैन का संचालन न होने से अभिभावकों ने बहुत जरूरी होने पर ही बच्चों को स्कूल पहुंचाया। इस कारण भी निजी स्कूलों में पहले दिन बच्चों की संख्या कम रही। वहीं, सरकारी स्कूलों में करीब पांच से सात फीसद उपस्थिति रही।
हर स्कूल में करीब 200 या 250 बच्चों में से दस या बारह बच्चे ही स्कूल पहुंचे। गुरुवार से नौवीं व दसवीं की कक्षाएं सप्ताह में दो दिन 50 फीसद उपस्थिति के साथ शुरू की गई हैं। अभिभावकों की सहमति पत्र के आधार पर ही बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिया जा रहा है। बता दें कि 26 जुलाई से प्रदेश के स्कूलों में ग्यारहवीं और बारहवीं की कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इसमें भी 15 से 20 फीसद की उपस्थिति हो रही है।
अभिभावकों ने कहा-सप्ताह में तीन से चार दिन लगे स्कूल
कुछ निजी स्कूलों में दसवीं के बच्चे प्रैक्टिकल के लिए आए थे। निजी स्कूलों के अभिभावकों का कहना है कि एक बच्चे के लिए सप्ताह में तीन से चार दिन का समय तय किया जाए, जिससे बस या वैन से बच्चों को भेजा जा सके। उनका कहना है कि सप्ताह में एक दिन के लिए पूरे माह का बस का किराया देना संभव नहीं है।
उत्कृष्ट विद्यालय में 220 में से 12 बच्चे आए
उत्कृष्ट विद्यालय में दसवीं कक्षा के 220 में से 12 बच्चे पहुंचे। सभी बच्चों ने दोपहर दो बजे तक पढ़ाई की। शिक्षकों ने बताया कि बच्चों को होमवर्क भी दिया जाएगा, ताकि एक सप्ताह में उसे बच्चे करके लाएंगे। सभी कक्षाओं के एक बच्चे की बारी सप्ताह में एक दिन ही आएगी।
केवी-1 में 12वीं के 32 बच्चे
केंद्रीय विद्यालय (केवी-1) में बारहवीं के 198 में से 32 बच्चे आए थे। सभी की तीन कक्षाओं में पढ़ाई कराई गई। प्राचार्य सौरभ जेटली ने बताया कि जिन अभिभावकों ने सहमति पत्र दिए हैं, उन्हीं बच्चों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं।
इन कक्षाओं के लिए ये दिन हैं तय
कक्षा 12वीं - सोमवार एवं गुरुवार
कक्षा 11वीं - मंगलवार एवं शुक्रवार
कक्षा दसवीं - बुधवार
कक्षा नौवीं - शनिवार
कमला नेहरू स्कूल
छात्राएं : 240
दसवीं : 41 छात्राएं
उत्कृष्ट विद्यालय
दसवीं : 220
उपस्थिति : 12
रशीदिया स्कूल : 250
दसवीं : 10
महात्मा गांधी स्कूल : 960
दसवीं व बारहवीं : 51
केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 : 198
12वीं : 32
मेरा बेटा ज्ञानगंगा स्कूल में नौवीं कक्षा में है। स्कूल जाने के लिए बहुत उत्साहित है। शनिवार को उसे बुलाया गया है। उसे सहमति पत्र देकर भेजेंगे। सप्ताह में तीन से चार दिन स्कूल लगे तो बस लगाई जा सकती है।
-प्रियंका मोदी, अभिभावक
मेरा बेटा दसवीं में है। उसकी कक्षा अगले सप्ताह लगेगी। घर में बच्चों की बिल्कुल पढ़ाई नहीं हो रही है। बेटे को खुद ही ले जाना और लाना पड़ेगा।
- नीतू अग्रवाल, अभिभावक
बारिश के कारण पहले दिन दसवीं के बच्चे कम आए थे। बारहवीं के कुछ बच्चे भी आए थे। अभिभावकों से बातचीत कर सहमति देने के लिए काउंसिलिंग की जा रही है।
-हेमलता परिहार, प्राचार्य, महात्मा गांधी स्कूल
शासन ने नौवीं-दसवीं की कक्षाएं गुरुवार से शुरू करने का आदेश दिया था। साथ ही सभी कक्षाओं के लिए दिन तय किए गए हैं। गुरुवार को 12वीं के बच्चे आए थे।
-विन्न्ी राज मोदी, उपाध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ अनएडेड प्रायवेट स्कूल्स
स्कूलों में कोविड गाइडलाइन का पालन करने के आदेश दिए गए हैं। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए अभिभावकों की काउंसिलिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।
-नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी