
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भोपाल रेल मंडल के एक रेल कर्मचारी नेता आलोक त्रिपाठी के चार पहिया वाहन को अज्ञात बदमाशों द्वारा नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत जीआरपी भोपाल को की गई है। घटना शनिवार दोपहर को भोपाल रेलवे स्टेशन परिसर में आरपीएफ और जीआरपी थाने के बीच हुई है। बड़ी बात यह है कि दोनों थानों के बीच की दूरी मिलकर से 150 मीटर है। इनके बीच में सुरक्षित स्थान पर चार पहिया वाहन खड़ा था जिसे टायर को अज्ञात बदमाश काटकर भाग गए। वाहन को भी स्क्रैच कर नुकसान पहुंचाया है। घटना इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि रेलकर्मी के वाहन के टायरों को हथियारों से काटा गया है। रेलवे स्टेशन जैसे सुरक्षित ठिकाने पर दो थानों के बीच घटना का होना आम यात्रियों पर भी भारी पड़ सकता है।
यह वही स्टेशन है जहां पर दो वर्ष पूर्व आपसी लड़ाई में सफाई कर्मियों के बीच तलवारे चल गईं थी लेकिन दोनों ही थाना के जिम्मेदारों को भनक नहीं लगी थी। इतना ही नहीं, डेढ़ साल पूर्व स्टेशन परिसर के एक कमरे में युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। पूर्व में एक नाबालिग बालिका के साथ भी दुष्कर्म की घटना हो चुकी थी।
आम रेल यात्रियों का कहना है कि भोपाल रेलवे स्टेशन जैसे सुरक्षित स्थान पर दो थानों में 50 से अधिक जवानों के होते हुए इन घटनाओं का होना गंभीर स्थिति को बताता है।
आलोक त्रिपाठी वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के प्रतिनिधि है और सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। वे निशातपुरा रेलवे अस्पताल में कार्यरत हैं। उन्होंने जीआरपी को बताया है कि वे अपना चार पहिया वाहन खड़ा करके विदिशा गए थे। लौटकर आए तो देखा कि चारों टायरों को हथियारों से काटा गया है। स्क्रैच कर नुकसान पहुंचाया है। कांच तोड़ने की कोशिशें की गईं है। आलोक त्रिपाठी का कहना है कि जहां उन्होंने वाहन खड़ा किया था वहां दूसरे रेलकर्मियों के वाहन भी खड़े थे। उनमें से किसी भी वाहन को नुकसान नहीं पहुंचाया गया, केवल उन्हीं के वाहन को नुकसान पहुंचाया है जो कि सोची-समझी साजिश के तहत किया गया है। रेलकर्मियों ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।