प्रेरणा कुमारी। डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में दो-दिवसीय सुशासन महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी अपने विचार साझे किए।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश में भगवान श्रीराम सुशासन के सबसे बड़े उदाहरण हैं। रामराज्य में समाज के सभी तबकों का विशेष ख्याल रखा जाता है। जन-जन का कल्याण रामराज्य का पहला पाठ है। उज्जैन में सम्राट विक्रमादित्य और राजा भोज के वक्त से सुशासन की परंपरा थी। जब हम रामराज्य की बात करते हैं तो इसका मतलब सुशासन की जनता के प्रति जवाबदेह के साथ पारदर्शिता से है। सबकी सेवा हो, यही गुड गवर्नेंस है।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते 10 साल में पूरी दुनिया नए भारत का दर्शन कर रही है। भारत आज दुनिया को सम और विषम परिस्थितियों में नेतृत्व देने का सामर्थ्य रखता है। देश के अंदर सुरक्षा का बेहतर वातावरण बना है। सीएम योगी ने कहा कि जैम ट्रिनिटी (जनधन, आधार और मोबाइल) के माध्यम से जहां भ्रष्टाचार पर प्रभावी अंकुश लगा है तो वहीं डीबीटी के माध्यम से अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक शासन की योजनाएं और सेवाएं पहुंचाने का कार्य हुआ है।
इस महोत्सव में रक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त प्रयासों से तैयार पोर्टेबल अस्पताल ने सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान खींचा। इस पोर्टेबल अस्पताल की विशेषता यह है कि इसमें रोगी या घायल व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने की जरूरत नहीं है बल्कि अस्पताल को रोगी-घायल तक पहुंचाया जाता है। युद्ध, प्राकृतिक आपदा या दूरदराज के क्षेत्रों में हादसा होने की स्थिति में यह पोर्टेबल अस्पताल बेहद कारगर होगा।
इस अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए सरकारी अधिकारियों ने बताया कि पोर्टेबल होने के बावजूद इस अस्पातल में ऑप्रेशन के लिए जरूरी सभी उपकरण एवं सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस अस्पताल में वेंटिलेटर, ईसीजी मशीन, अल्ट्रासांउड मशीन, एईडी, पेरामल्टी मॉनिटर जैसे उपकरण उपलब्ध हैं।
इस पोर्टेबल अस्पताल को कहीं भी ले जाना आसान है और ऐसा अनुमान है कि युद्ध-आपदा की स्थिति में एक पोर्टेबल अस्पताल बनाने से लगभग दो सौ जिंदगिया बचाई जा सकती हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा भीष्म एप भी तैयार किया गया है जिसके जरिए चिकित्सा क्षेत्र में अप्रशिक्षित व्यक्ति भी जरूरत पड़ने पर चिकित्सा कर्मियों की सहायता कर सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के बारे में डॉ. अंकिता ने बताया कि अलग-अलग चिकित्सा परिस्थितियों के अनुसार दवाओं की भी किट बनाई गई है ताकि चिकित्सा कर्मियों का प्रतिक्रिया समय कम से कम रहे।
इसी तरह इसमें त्वरित एक्स-रे मशीन भी है। यह मशीन तीन मिनट में एक्स-रे परिणाम देती है। इस अवसर पर गोवर्धन इको विलेज में कॉर्पोर्टेर सामाजिक उत्तरदायित्व का कार्यभार संभाल रही उनकी अधिकारी ने बताया कि गोवर्धन इको विलेज सतत विकास की अवधारणा के साथ काम कर रहा है।
इको विलेज ग्रामीण विकास, शिक्षा, बाल विकास के क्षेत्रों में कार्यरत है। इस अवसर पर महाराष्ट्र मेट्रो के अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर और पुणे में मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है। पत्रकार व लेखक प्रेरणा कुमारी ने इस महोत्सव में भाग लिया और विभिन्न राज्यों से संबंधित स्टालों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और उनकी सुशासन पहलों के बारे में जाना।