राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में अतिवर्षा, बाढ़, पीला मोजेक, कीट व्याधि के चलते 13 जिलों में खरीफ की फसलें प्रभावित हुईं। सरकार ने राजस्व, कृषि और ग्रामीण विकास के अधिकारियों का दल बनाकर सर्वे कराया। इसमें पता चला कि 57 तहसीलों के 3,554 गांवों के 8,84,772 किसानों की 6,52,845 लाख हेक्टेयर में खड़ी फसल प्रभावित हुई है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर 653 करोड़ 34 लाख रुपये की राहत राशि का वितरण किया गया।
इन जिलों में हुआ नुकसान
राजस्व विभाग के अनुसार मंदसौर, रतलाम, नीमच, आलीराजपुर, शहडोल, बुरहानपुर, सिवानी, दमोह, खंडवा, उज्जैन, बड़वानी, विदिशा और मंडला में अतिवर्षा, बाढ़, पीला मोजेक और कीट व्याधि से फसलों को क्षति हुई।
इन फसलों की हुई क्षति
सोयाबीन, धान, मक्का, कपास, अरहर, मूंग, उड़द, हल्दी, केला, टमाटर, लौकी और मिर्ची।
अति वर्षा बाढ़ से 3.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित
अतिवर्षा और बाढ़ से मंदसौर, रतलाम, नीमच, बुरहानपुर, सिवनी, दमोह, खंडवा, उज्जैन, बड़वानी, विदिशा और मंडला जिले की 38 तहसील के 1,854 गांव के 3,90,167 किसानों की 3,49,478 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित हुई।
पीला मोजेक, कीट व्याधि से 3.03 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित
वहीं, पीला मोजेक और कीट व्याधि से मंदसौर, रतलाम, आलीराजपुर, शहडोल और खंडवा जिले की 19 तहसीलों के 1,700 गांव में 4,94,605 किसानों की 3,03,366 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल हुई।