मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा छुआछूत, 42 हजार भारतीय घरों में सर्वे
छुआछूत को मानने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश पूरे देश में शीर्ष पर है। एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है।
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Publish Date: Sat, 29 Nov 2014 08:02:32 PM (IST)
Updated Date: Sun, 30 Nov 2014 08:45:05 AM (IST)

नई दिल्ली (एजेंसी) । भारतीय संविधान द्वारा छुआछूत को समाप्त किए भले ही 64 साल हो गए हों लेकिन समाज में यह अब भी मौजूद है। इतना ही नहीं, छुआछूत को मानने वाले राज्यों में मध्य प्रदेश पूरे देश में शीर्ष पर है। एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है।
नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर ) और अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मैरिलैंड द्वारा करीब 42 हजार भारतीय घरों में किया गया सर्वे में यह तथ्य सामने आए हंै। सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश में 53 फीसद लोगों ने कहा कि वे छुआछूत को मानते हैं।
चौंकाने वाली बात यह रही की उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे प्रदेश भी इस सूची में मध्य प्रदेश से पीछे रहे। 1956 में स्थापित एनसीएईआर के इस सर्वे के पूरे नतीजे 2015 तक में सामने आने की उम्मीद है।
अन्य राज्यों की स्थिति
सर्वे में बताया गया कि राज्यों में 50 फीसदी के साथ हिमाचल प्रदेश दूसरे स्थान पर रहा। जबकि छत्तीसगढ़ (48 फीसद), राजस्थान और बिहार (47 फीसद ), उत्तर प्रदेश (43 फीसद ) और 40 फीसद के साथ उत्तराखंड में भी लोगों ने कहा कि वे छुआछूत को मानते हैं।
बंगाल में स्थिति बेहतर
जिन राज्यों में बेहतर स्थिति देखी गई उनमें पश्चिम बंगाल पहले स्थान पर रहा। यहां केवल एक फीसद लोगों ने कहा कि वे छुआछूत मानते हैं। इसके बाद दो फीसद के साथ केरल,महाराष्ट्र (चार फीसद ) और अस्र्णाचल प्रदेश 10 फीसद पर रहे।
हिंदू धर्म आगे रहा
इस सर्वे में जिन लोगों ने छुआछूत की बात को स्वीकारा है वे सभी धर्म या जाति से हैं जिनमें मुस्लिम, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के लोग भी शामिल हैं। अगर जाति की बात की जाए तो इस सर्वे से ये बात भी सामने आई है कि सबसे ज्यादा छुआछूत को ब्राह्मण समाज में माना जाता है। वहीं, धर्म की श्रेणी में सबसे पहले हिंदू फिर सिख और जैन धर्म का नाम आता है।
क्या रहे सवाल
इस सर्वे में लोगों से सवालों के जवाब हां या ना में देने को कहा गया था। जैसे क्या आपके घर में छुआछूत को माना जाता है? अगर इस सवाल का जवाब ना में आया तो फिर अगला सवाल पूछा गया कि क्या आप किसी अनुसूचित जाति-जनजाति के व्यक्तिको अपने किचन में प्रवेश की अनुमति देंगे?
सर्वे के नतीजे
व्यापक स्तर पर हुए सर्वे के नतीजों में देखा गया कि पूरे भारत में करीब 27 फीसदी लोगों ने ये माना कि वे किसी न किसी प्रकार छुआछूत मानते हैं जिसमें 52 फीसदी लोग ब्राह्मण समाज से हैं।
प्रमुख शोधकर्ता डॉ अमित थौरात ने कहा कि यह नतीजे इस बात का संकेत देते हैं कि समाज में अभी भी जाति को प्राथमिकता दी जाती है।