नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। निशातपुरा से भोपाल के बीच ढाई किलोमीटर की दूरी तय करने में ट्रेनों को आधा घंटे से अधिक लगे रहे हैं। बीना से भोपाल आने वाली ट्रेनों को अक्सर निशातपुरा आउटर पर 20 मिनट से लेकर एक घंटे तक रोक दिया जाता है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
हालांकि इस रूट पर तीसरी रेल लाइन का संचालन शुरू हो चुका है, इसके बावजूद आउटर पर ट्रेनों को रोके जाने का सिलसिला अभी तक थमा नहीं है। इस समस्या से रोजाना दो हजार से अधिक यात्री प्रभावित हो रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में सरकारी व निजी कार्यालयों के कर्मचारी शामिल हैं। ट्रेनों की लेटलतीफी से उनके दफ्तर पहुंचने में देरी होती है।
राज्यरानी, विंध्याचल, बिलासपुर-भोपाल, जोधपुर-भोपाल एक्सप्रेस समेत करीब एक दर्जन ट्रेनों को रोजाना निशातपुरा आउटर पर रोका जाता है। ट्रेनों के समय पर स्टेशन न आने से यात्री असमंजस व मानसिक तनाव की स्थिति में रहते हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, भोपाल-इटारसी रेलखंड पर किसी मालगाड़ी या यात्री गाड़ी को रवाना करने के बाद करीब 20 मिनट तक ट्रैक निशातपुरा से भोपाल के बीच के लिए बंद रहता है। यही कारण है कि बीना से आने वाली ट्रेनों को आउटर पर रोका जाता है।
हालांकि अब तीसरी रेल लाइन के संचालन से उम्मीद है कि ट्रेनों को आउटर पर रोकने की जरूरत कम पड़ेगी। इस नई लाइन से बीना की ओर से आने वाली ट्रेनों को सीधे भोपाल स्टेशन तक लाया जा सकेगा, भले ही इटारसी की ओर का मुख्य ट्रैक व्यस्त हो।