राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य परिवहन निगम के बंद होने के बाद लोक परिवहन व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। शहरी क्षेत्रों में नगर निगमों ने कंपनी बनाकर बसें चलाईं और ग्रामीण परिवहन व्यवस्था बनाने का प्रयास भी हुआ लेकिन यह अधिक सफल नहीं हुआ। इसे देखते हुए सरकार ने प्रदेश में नगर वाहन सेवा समेत अंतरशहरी बस सेवा को सुगम बनाने के लिए मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा प्रारंभ करने का निर्णय लिया। इसके तहत उज्जैन और इंदौर से अंतरशहरी बस सेवा प्रारंभ करने की तैयारी है।
ट्रैफिक सर्वे और रूट निर्धारित करने का काम चल रहा है। जबलपुर और सागर में भी सर्वे प्रारंभ करवाया जा चुका है। इसके बाद भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, ग्वालियर तथा चंबल संभाग के रूटों का सर्वे होगा। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन एवं इंदौर संभाग का ट्रैफिक सर्वे और रूट निर्धारण का कार्य अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा के लिए राज्य स्तरीय कंपनी के साथ सात सहायक कंपनियां गठित की गई हैं। मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय समिति के अध्यक्ष होंगे। परिवहन मंत्री एवं मुख्य सचिव उपाध्यक्ष होंगे।
इंदौर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा और ग्वालियर में काम कर रही सिटी बस कंपनी के शेयर होल्डिंग में परिवर्तन करते हुए इन सातों शहरों की नवगठित कंपनिया बनाई गई हैं। इनकी जिम्मेदारी अपने क्षेत्राधिकार के जिलों में सिटी बस सेवा और अंतरशहरी बस सेवा के संचालन की होगी। उधर, उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के सीईओ का अतिरिक्त प्रभार संदीप सोनी को सौंपा गया है। वह उज्जैन प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैं।
मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा में वर्तमान निजी बस ऑपरेटरों को पारदर्शी प्रक्रिया के साथ शासन नियंत्रित बस कंपनी द्वारा अनुबंधित कर कंपनी की देखरेख में बस संचालित होंगी। प्रत्येक जिले में बस डिपो, अत्याधुनिक बस स्टैंड और बस स्टॉप का निर्माण पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशीप) मॉडल में किया जाएगा। उज्जैन एवं इंदौर रूट पर सर्वे कार्य अंतिम चरण होने से इन बस कंपनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिलेवार बस आपरेटरों से सलाह कर रूट निर्धारण कर सकेंगे।
इसे भी पढ़ें... Ladli Behna Yojana: आ गई तारीख... इस दिन लाडली बहनों के खाते में सीएम जमा करेंगे 1500 रुपये