राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : चार जून को प्रदेश के 52 जिलों में 29 लोकसभा क्षेत्रों में हुए मतदान की गणना होगी। इसके लिए कर्मचारियों को चिह्नित करके प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो 31 मई तक पूरा हो जाएगा। डाक मतपत्रों की गणना मतगणना स्थल पर अलग कक्ष में रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
मतगणना का कार्य जल्द हो, इसके लिए आवश्यकता अनुसार टेबलें लगाने के निर्देश दिए हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बुधवार को चुनाव आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू द्वारा मतगणना की तैयारियों को लेकर की गई वर्चुअली बैठक में दी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि सभी रिटर्निंग अधिकारियों तथा जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा पुलिस प्रशासन से बेहतर समन्वय स्थापित कर मतगणना की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतगणना कर्मियों का प्रशिक्षण 31 मई तक पूरी कर लिया जाएगा। मतगणना स्थलों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।
उप निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि बिना किसी बाधा के मतगणना संपन्न कराएं। केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दें। इस दौरान सभी रिर्टनिंग अधिकारी, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कौल, पुलिस महानिरीक्षक अंशुमन सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने चुनाव आयोग से पत्र लिखकर मांग की है कि उज्जैन लोकसभा क्षेत्र में मतगणना के लिए विशेष केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएं। यहां पार्टी के महेश परमार प्रत्याशी हैं और यह क्षेत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव का गृह नगर है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा भाजपा के पक्ष में खुलकर काम करने के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया था। ऐसे में मतगणना प्रभावित हो सकती है।