भोपाल के समसगढ़ में बनेगी मध्य प्रदेश की पहली एनसीसी अकादमी
केडेट्स को सिखाएंगे जल, थल और वायुसेना के तौर-तरीके व अनुशासन। एक रुपये प्रतिवर्गमीटर के हिसाब से समसगढ़ में जमीन की जा रही है आवंटित!
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Wed, 29 Dec 2021 01:06:00 PM (IST)
Updated Date: Wed, 29 Dec 2021 01:06:00 PM (IST)

दीपक विश्वकर्मा. भोपाल। वैसे तो स्कूल से लेकर कालेज तक राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की विंग होती है, जिसमें विद्यार्थी भाग लेते हैं लेकिन इनके लिए अब तक प्रदेश में कहीं भी कैंप लगाने के लिए कोई स्थाई अकादमी न होने के कारण स्कूल या कालेज कैंपस को ही तीन से चार दिन के लिए उपयोग में लेना पड़ता था। कई सालों से यह मांग उठ रही थी कि एनसीसी के कैंप और प्रशिक्षण के लिए एक ऐसी स्थाई अकादमी होना चाहिए, जहां सालभर प्रशिक्षण की गतिविधियां संचालित हो सकें। इसके चलते राज्य सरकार की पहल पर राजधानी में प्रदेश की पहली एनसीसी अकादमी भोपाल के ग्राम समसगढ़ में बनाई जा रही है। यह देश की तीसरी अकादमी होगी। इससे पहले पंजाब और छत्तीसगढ़ में एनसीसी अकादमी बन चुकी है।
दरअसल, राजधानी से 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम समसगढ़ में अकादमी बनाने के लिए जिला प्रशासन एक रुपये वर्गमीटर के हिसाब से 20 एकड़ जमीन एनसीसी को दे रहा है। खास बात यह है कि इस अकादमी में सेना के तौर तरीके और अनुशासन के साथ ही विभिन्ना गतिविधियां भी सिखाई जाएंगी। कैंपस में एक फायरिंग रेंज भी बनाई जाएगी। इसका प्रस्ताव तैयार हो रहा है। बता दें कि अभी कैडेट्स को फायरिंग के प्रश्ािक्षण्ा के लिए इंदौर जाना पड़ता है तो नेवी की गतिविधियों के लिए राजधानी का छोटा तालाब और वायुसेना संबंधी गतिविधियों के लिए राजाभोज एयरपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। इस अकादमी के बन जाने के बाद अब छात्रों को सेना के तीनों विंग जल, थल और वायु सेना के तौर तरीकों से रूबरू कराया जा सकेगा। इतना ही नहीं, यहां विद्यार्थियों को भोपाल में सालभर प्रशिक्षण दिया जा सकेगा।
यह राज्य सरकार का विशेष योगदान है। राजधानी में प्रदेश की पहली एनसीसी अकादमी खुलने जा रही है। इसमें स्कूल और कालेज के छात्रों को एनसीसी के तौर तरीके और अनुशासन सिखाया जाएगा। जमीन आवंटित होने के बाद अकादमी का जो ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है, उसके अनुसार काम शुरू कर दिया जाएगा।
- ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर संजय घोष, एनसीसी ग्रुप भोपाल
एक रुपये प्रति वर्गमीटर के हिसाब से यह जमीन एनसीसी को दी जा रही है ताकि दूर-दराज के क्षेत्र के बच्चे भी भोपाल आकर एनसीसी के तौर-तरीके और अनुशासन से रूबरू हो सकें। इसके लिए जमीन आवंटन का प्रस्ताव जल्द ही भेजा जा रहा है।
- अविनाश लवानिया, कलेक्टर, भोपाल