नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश में स्कूली शिक्षा में सुधार को लेकर सांदीपनि विद्यालय को विकसित करने की पहल तेज हुई है। इस साल के अंत तक दूसरे चरण में 250 नए सांदीपनि विद्यालय खोले जाएंगे। इस संबंध में शासन ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। शासन से अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इस बार विभाग करीब 16 करोड़ रुपये बजट का भवन तैयार होगा।
पांच किमी के दायरे के एक हाई या हायर सेकेंडरी स्कूल का चयन किया जाएगा, जिन्हें सांदीपनि विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। इस बार सांदीपनि विद्यालय में एक हजार संख्या वाले विद्यार्थियों के लिए व्यवस्था की जाएगी। इन स्कूलों में नई भर्ती से चयनित हुए शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। बता दें, कि प्रदेश के 275 सरकारी स्कूलों को प्रथम चरण में सांदीपनि विद्यालय के रूप में तैयार किया गया। शासन की ओर से करीब 10 हजार सांदीपनि विद्यालय बनाने का लक्ष्य है। इस साल के अंत तक 180 सांदीपनि विद्यालय नए भवन में शिफ्ट होंगे।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अगले साल तक प्रत्येक पांच से 10 किमी के दायरे में एक स्कूल कलस्टर या काम्प्लेक्स बनाने की योजना है। यह स्कूल ऐसा होना चाहिए, जिसमें बच्चों के लिए खेलकूद, स्मार्ट क्लास रूम, पुस्तकालय,प्रयोगशाला, कला संगीत आदि जैसी सभी व्यवस्थाएं होनी चाहिए। इस बार खासतौर पर छोटे जिलों में सांदीपनि विद्यालय खोलने की योजना है।
पांच से 10 किमी के दायरे में सांदीपनि विद्यालय होने से एक से पांच किमी के दायरे में आने वाले छोटे स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या 10 से 20 तक है।खासतौर पर उन स्कूलों को मर्ज करने की योजना है।
पिछली बार सांदीपनि विद्यालय में शिक्षकों की पदस्थापना के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इस बार परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। प्राचार्यों को साक्षात्कार के माध्यम से नियुक्ति की जाएगी। साथ ही नवनियुक्त शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी।
दूसरे चरण में प्रदेश के करीब 250 सरकारी स्कूलों को सांदीपनि विद्यालय के रूप में सर्वसुविधायुक्त बनाया जाएगा। इस बार छोटे जिले में एक हजार विद्यार्थियों के लिए सांदीपनि विद्यालय तैयार किए जाएंगे- प्रमोद सिंह, संचालक, सांदीपनि विद्यालय प्रकोष्ठ, स्कूल शिक्षा।