
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में प्रवेश के लिए अब दिव्यांग कोटे के फर्जी प्रमाण पत्र पकड़े गए हैं। काउंसलिंग के मापअप चरण में ऐसे चार मामले सामने आए हैं, जिनमें दो गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल, एक नीमच और एक खंडवा के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पकड़ा गया है। भोपाल में मिले अभ्यर्थियों में एक बिहार और दूसरा महाराष्ट्र का है।
प्रदेश में पहली बार उन्हें सीट आवंटित हुई, पर प्रवेश के दौरान दस्तावेजों की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आ गया। अब इनके विरुद्ध कोहेफिजा थाने में एफआइआर दर्ज कराने की तैयारी है। पुलिस ने कॉलेज से इनके दस्तावेज भी ले लिए हैं।
बता दें कि इसके पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी (एफएफ) कोटा, सरकारी स्कूल कोटा, एनआरआई कोटा और एससी-एसटी कोटे में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र लगाने के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें कुछ के विरुद्ध संबंधित मेडिकल कॉलेजों द्वारा एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है।
जिनके प्रमाण पत्र फर्जी साबित हो चुके हैं, उन्हें प्रदेश के किसी भी कॉलेज में तीन वर्ष के लिए प्रवेश से अयोग्य कर दिया जा रहा है। सत्यापन के लिए प्रमाण पत्रों को उस संस्था में भेजा जाता है जहां से जारी किया गया है। काउंसलिंग के पहले चरण से गड़बड़ी चल रही है। सबसे पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोटे के फर्जी प्रमाण पत्र मिले थे।