राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में नए मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए फैकल्टी की कमी बड़ी चुनौती बन रही है। इस कारण चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने अगले वर्ष प्रारंभ होने जा रहे तीन मेडिकल कॉलेजों के लिए फैकल्टी की भर्ती सहित अन्य तैयारियां अभी से प्रारंभ कर दी हैं। राजगढ़, बुधनी और छतरपुर में अगले वर्ष मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने की तैयारी है। पहले मंडला में भी वर्ष 2026-27 के सत्र से एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की योजना थी, पर भवन निर्माण में देरी के चलते अब यह 2027-28 के सत्र में प्रारंभ हो पाएगा।
इन कॉलेजों की मान्यता के लिए शीघ्र की नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) को आवेदन किया जाएगा। एनएमसी की टीम वर्ष 2026 में निरीक्षण के लिए आएगी, पर इसके पहले फैकल्टी के पदों पर पूर्ति की जाएगी। नए कॉलेजों को फैकल्टी नहीं मिलने की चुनौती के चलते सरकार छोटे जिलों के मेडिकल कॉलेजों के लिए प्रोत्साहन की योजना भी ला रही है।
इसमें फैकल्टी को वेतन का लगभग 20 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि देने की तैयारी कर रही है। यह निर्णय होने के बाद ही पदों पर भर्ती प्रारंभ की जाएगी। इन तीनों कॉलेजों में एमबीबीएस की 150-150 सीटें होंगी। सभी जगह भवन निर्माण का काम भी लगभग पूरा हो गया है। अब फैकल्टी की भर्ती और पुस्तकालय बनाने का काम होना है।
प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) से 12 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए आमंत्रण मांगे थे। इनमें दो-अलग ग्रुप ने चार जगह कालेज खोलने का आफर दिया था। इसमें बैतूल, पन्ना, धार और कटनी जिले शामिल हैं। मंगलवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में कॉलेज खोलने के लिए एमओयू होने जा रहा है।
इसे भी पढ़ें... Indore में Love Jihad... 'इस्लाम कबूल करो, जन्नत मिलेगी', हिंदू लड़की से दोस्ती कर कलमा पढ़ाया