
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया. भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में युवाओं को मौका दिया गया है तो जातीय और क्षेत्रीय संतुलन भी साधा गया है। पिछली कार्यकारिणी में पदाधिकारियों की आयु 50 से 60 वर्ष थी वहीं इस बार 45 से 55 वर्ष है। इससे स्पष्ट है कि अपेक्षाकृत युवा चेहरों को अवसर दिया गया है।
प्रदेश महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर पीढ़ी परिवर्तन कर भोपाल से 48 वर्षीय राहुल कोठारी और इंदौर से 47 वर्षीय गौरव रणदिवे जैसे युवा नेताओं को आगे बढ़ाया गया है। सुमेर सिंह सोलेकी भी 53 वर्ष के हैं। कविता पाटीदार के ओबीसी चेहरे का विकल्प सागर से सांसद लता वानखेड़े भी 55 वर्ष की हैं।
जाहिर है प्रदेश की टीम में सबसे महत्वपूर्ण महामंत्री के चारों चेहरे 60 वर्ष से नीचे हैं। मात्र दो अपवाद को छोड़ दिया जाए तो सभी नई पीढ़ी के हैं। सबसे उम्रदराज 67 वर्षीय प्रभुराम चौधरी सिंधिया के करीबी हैं तो 65 वर्षीय प्रभुलाल जाटव मुख्यमंत्री के करीबी हैं।
कार्यकारिणी में 14 सामान्य, छह ओबीसी, तीन एसटी और दो एससी कार्यकर्ताओं को दायित्व सौंपे गए हैं। सात महिलाओं को पदाधिकारी बनाकर 25 प्रतिशत महिला प्रतिनिधित्व दिया गया है।
महामंत्री रहे रणवीर सिंह रावत को पदोन्नत किया है तो उपाध्यक्ष रहे 60 वर्षीय कांतदेव सिंह का पद यथावत रखा गया है। पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष और पार्टी में संभागीय संगठन मंत्री रहे शैलेंद्र बरूआ (55) और प्रदेश मंत्री रही मनीषा सिंह (50) को पदोन्नत किया गया है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय खेमे से सुरेंद्र शर्मा (50) को स्थान मिला। 50 वर्षीय निशांत खरे भी उपाध्यक्ष बनाए गए हैं।