
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक ड्रग स्टोर तैयार किया जाएगा। प्रधानमंत्री जन विकास योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा स्वीकृत 316 करोड़ रुपये की राशि से इस दवा भंडार का निर्माण होगा। इस स्टोर को पुराने भवन की जगह अंडरग्राउंड (भूमिगत) तैयार किया जाएगा, जिससे परिसर में जगह का बेहतर उपयोग हो सके।
पहले इस खाली स्थान पर केवल अंडरग्राउंड पार्किंग की योजना थी, लेकिन मरीजों की संख्या में 10 गुना वृद्धि को देखते हुए अब यहां बड़े ड्रग स्टोर की जरूरत महसूस की गई है। नई योजना के अनुसार, अंडरग्राउंड सिस्टम के आधे हिस्से में वाहनों की पार्किंग होगी और शेष आधे हिस्से में अत्याधुनिक ड्रग स्टोर बनाया जाएगा। यहां बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए भी विशेष व्यवस्था की जा रही है।
दवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए स्टोर के निर्माण में तापमान नियंत्रण और संक्रमण सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कई जीवनरक्षक दवाएं ऐसी होती हैं जिन्हें एक निश्चित तापमान पर रखना अनिवार्य होता है, इसलिए निर्माण के दौरान इन तकनीकी पहलुओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बड़ा ड्रग स्टोर बनाना आवश्यक है। जिस बिल्डिंग को तोड़ा गया है, वहीं अंडरग्राउंड स्टोर और पार्किंग निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। - डॉ. कविता एन. सिंह, डीन, गांधी मेडिकल कॉलेज