
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश में चिकनगुनिया के सर्वाधिक मरीज भोपाल में ही मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए निगरानी और नियंत्रण की कवायद तेज कर दी है। इस सीजन में भोपाल में अब तक डेंगू के 130 और चिकनगुनिया के 85 मरीज मिल चुके हैं।
प्रदेश स्तर पर भी दोनों बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ना चिंताजनक है क्योंकि राज्य में वेक्टर जनित बीमारियों का प्रभाव पिछले वर्षों की तुलना में अधिक देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश में इस सीजन में अब तक चिकनगुनिया के 301 मामले सामने आए हैं। डेंगू के मामलों में भी राजधानी भोपाल की स्थिति खराब ही है।
राज्य में दर्ज हर चौथा डेंगू मरीज भोपाल से ही है। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार, वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में चिकनगुनिया के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2022 में चिकनगुनिया के 190 मामले सामने आए थे। वर्ष 2023 में 240 और वर्ष 2024 में 260 मामले सामने आए थे।
जबकि इस साल अब तक 301 मरीज मिल चुके हैं। यह आंकड़ा पिछले चार वर्ष में सबसे ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे नियमित फागिंग, पानी जमा न होने देने और जागरूकता अभियान पर जोर दें।
डेंगू और चिकनगुनिया मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। बिस्तरों, दवाओं और जांच की सुविधा सुनिश्चित की गई है। हालांकि, कुछ मानव संसाधन की कमी जरूर है क्योंकि कई कर्मचारियों को चुनाव कार्य में बीएलओ बनाया गया है। फिर भी इलाज और नियंत्रण के काम में कोई बाधा नहीं आने दी जा रही है।
मनीष शर्मा, सीएमएचओ, भोपाल