MP News: भोपाल के रंगकर्मी राजीव वर्मा और अनूप जोशी को मिला संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने प्रदान किए पुरस्कार। पुरस्कृत कलाकारों ने नवदुनिया से साझा किए गौरवमयी पल के अनुभव।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Thu, 07 Mar 2024 09:37:35 AM (IST)
Updated Date: Thu, 07 Mar 2024 09:37:35 AM (IST)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से पुरस्कार ग्रहण करते राजीव वर्मा।HighLights
- राजीव वर्मा को अभिनय के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिला पुरस्कार।
- अनूप जोशी को जोशी को एलाइड थिएटर आर्ट्स - लाइटिंग के लिए पुरस्कृत किया गया।
- पुरस्कारस्वरूप ताम्रपत्र के अलावा एक लाख रुपये की नगद राशि प्रदान की गई।
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार शाम नई दिल्ली के दरबार हाल में आयोजित कार्यक्रम में भोपाल के फिल्म अभिनेता और रंगकर्मी राजीव वर्मा एवं नाट्य निर्देशक अनूप जोशी 'बंटी' को 2023 के संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया। राजीव वर्मा को अभिनय के लिए,जबकि जोशी को एलाइड थिएटर आर्ट्स - लाइटिंग के लिए वरिष्ठ वर्ग में पुरस्कृत किया गया। दोनों को पुरस्कार के रूप में ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम के अलावा एक लाख रुपये की नगद राशि प्रदान की गई।
रोमांचित कर गया राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होना
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद 74 वर्षीय राजीव वर्मा ने नवदुनिया को फोन पर बताया कि देश भर के कलाकारों सहित प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति में पुरस्कार लेना एक रोमांचक अनुभव था। राष्ट्रपति के हाथों प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करना अविस्मरणीय अनुभव था, जिसे केवल महसूस किया जा सकता है, शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।
प्रतिष्ठित हस्तियों से मिलने का मिला मौका
वहीं बंटी जोशी ने कहा कि राष्ट्रपति के हाथों कला और संस्कृति के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त करना मेरे जीवन का एक अविस्मरणीय अनुभव था। मैं अपने सभी गुरुओं, दोस्तों, परिवार के सदस्यों और मीडियाकर्मियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, जोशी ने कहा कि मुझे यहां प्रतिष्ठित हस्तियों से मिलने का भी मौका मिला, जो यादगार क्षण था। उल्लेखनीय है कि 1952 से प्रदान किए जा रहे अकादमी पुरस्कार न केवल उत्कृष्टता और उपलब्धि के उच्चतम मानक का प्रतीक हैं, बल्कि निरंतर व्यक्तिगत कार्य और योगदान को भी मान्यता देते हैं।
विनय उपाध्याय को एंकरिंग के लिए सराहना मिली
इसके अलावा भोपाल के ही कला समीक्षक और उद्घोषक विनय उपाध्याय ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का संचालन किया, जिसकी समारोह में मौजूद लोगों ने सराहना की, विशेषकर उनकी हिंदी पर अच्छी पकड़ की सभी ने मुक्तकंठ से तारीफ की। उपाध्याय को भारत सरकार के संस्कृति अलंकरण समारोह के संचालन के लिए आमंत्रित किया गया था। उपाध्याय ने कहा कि मैंने पहली बार इस तरह का प्रतिष्ठित कार्यक्रम का संचालन किया, जोकि बहुत अच्छा रहा।