MP News: अतिशेष शिक्षक के आने से 'अतिथि' को तीन दिन बाद ही हटाया
सरकारी स्कूलों में 33 हजार खाली पदों पर 29 हजार अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया भी चल रही है। इससे कई जगह असहज स्थिति बन रही है।
Publish Date: Sun, 27 Oct 2024 03:20:39 PM (IST)
Updated Date: Sun, 27 Oct 2024 03:20:39 PM (IST)
स्कूल शिक्षक (प्रतीकात्मक चित्र)HighLights
- पन्ना और रीवा के दो स्कूलों में सामने आए मामले।
- कुछ जगह अतिशेष शिक्षक दूसरा विषय भी पढ़ा रहे।
- शिक्षा पोर्टल अपडेट न होने के कारण भी हो रही गफलत।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों पर अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया जा रहा है। वहीं अतिशेष शिक्षकों का समायोजन की प्रक्रिया भी चल रही है। सबसे पहले अतिथि शिक्षकों से स्कूलों में खाली पदों की च्वाइस फिलिंग कराई गई। इसके बाद अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग की गई। ऐसे में स्कूल शिक्षा विभाग का शिक्षा पोर्टल अपडेट नहीं होने के कारण कई विसंगतियां सामने आ रही हैं।
जिन स्कूलों में खाली पदों पर अतिथि शिक्षक पढ़ाने के लिए पहुंचे, वहां पर तीन-चार दिन बाद ही अतिशेष शिक्षक को भेज दिया गया। अब ऐसे में अतिथि शिक्षकों को वहां से हटा दिया गया। ऐसे ही एक अन्य मामले में जिन स्कूलों में पोर्टल पर खाली पद प्रदर्शित हो रहा था, वहां पर अतिथि शिक्षक ज्वाइन करने के लिए पहुंचे तो उस पद पर शिक्षक पढ़ा रहे थे। बता दें कि सरकारी स्कूलों में 33 हजार खाली पदों पर 29 हजार अतिथि शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। इसके लिए दो लाख 10 हजार आवेदन आए थे।
हिंदी को पढ़ा रहे सामाजिक विज्ञान के शिक्षक
राजधानी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महाराणा प्रताप फंदा कला में अतिथि शिक्षक शूरवीर प्रसाद तिवारी ने अतिथि शिक्षक पोर्टल पर हिंदी वर्ग-दो की च्वाइस फिलिंग की थी, जिसमें 50 विद्यालयों का चयन किया था। आदेश भी प्राप्त हो गया था, लेकिन प्राचार्य ने ज्वाइनिंग नहीं कराई। प्राचार्य ने कहा कि स्कूल में सामाजिक विज्ञान के अतिशेष शिक्षक हैं, जो हिंदी विषय को पढ़ा रहे हैं। इस कारण हिंदी विषय के अतिथि शिक्षक की ज्वाइनिंग नहीं कराई गई।
तीन दिन बाद निकाल दिया
पन्ना जिले के सरकारी स्कूल के शिक्षक अखिलेश चौबे ने बताया कि उन्हें अतिथि शिक्षक के तौर पर आमंत्रित किया गया, लेकिन तीन दिन पढ़ाने के बाद अतिशेष शिक्षक आ गए तो उन्हें निकाल दिया गया। ऐसा ही रीवा जिले के एक सरकारी स्कूल में शशांक साहू को अतिथि शिक्षक के रूप में अंग्रेजी विषय पढ़ाने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन पांच दिन बाद ही अतिशेष शिक्षक के आने के बाद निकाल दिया गया।
पहले अतिथि शिक्षकों से च्वाइस फिलिंग कराई गई है। इसके बाद अतिशेष शिक्षकों का समायोजन कराया गया। इस कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। फिर से प्राचार्यों से शिक्षकों के खाली पदों को अपडेट कराया जा रहा है, ताकि अतिथि शिक्षकों को रखा जा सके।
- एनके अहिरवार, जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल