MP News: भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। स्कूलों में खेल गतिविधियों के लिए खेल कैलेंडर तो जारी कर दिया, लेकिन इन गतिविधियों से विद्यार्थियों को जोड़ने वाले खेल शिक्षक ही नहीं हैं। हाल यह है कि करीब एक लाख 22 हजार सरकारी स्कूलों में वर्तमान में सिर्फ 758 खेल शिक्षक पदस्थ हैं। वहीं 1742 पदों पर शिक्षक ही नहीं हैं। ऐसे में स्कूलों में खेल कैलेंडर का पालन कैसे संभव होगा, जबकि मप्र में 2008 के बाद से खेल पद के लिए भर्ती नहीं निकाली गई।
उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के लिए खेल गतिविधियों का कैलेंडर जारी किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में भी खेल को अनिवार्य किया गया है। अभी तक प्राथमिक, माध्यमिक व हाईस्कूल के लिए खेल शिक्षक के पद ही स्वीकृत नहीं हंै। हायर सेकंडरी स्कूलों के लिए खेल शिक्षक के पद स्वीकृत हैं। उसमें से भी 70 प्रतिशत स्कूलों में पद रिक्त हैं। अब सवाल यह है कि ऐसे में विद्यार्थियों को खेल गतिविधि कैसे कराई जाए।
भोपाल जिले के स्कूलों में 11 खेल शिक्षक
भोपाल जिले के 991 सरकारी स्कूलों में सिर्फ 11 में ही खेल शिक्षक पदस्थ हैं। ऐसे में 980 स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं। यही कारण है कि स्कूलों से खेल प्रतिभाएं नहीं निकल रही हैं।
शिक्षकों को खेल प्रशिक्षण दिया
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से मई में खेल शिक्षक की कमी को पूरा करने के लिए सरकारी स्कूल के हिंदी, गणित, विज्ञान सहित अन्य विषयों के शिक्षकों को पांच दिन का खेल प्रशिक्षण दिया गया। अब ऐसे में पांच दिन में खेल का प्रशिक्षण लेकर कैसे स्कूलों में बच्चों को खेलना सिखाएंगे।
प्रदेश का आंकड़ा
प्रदेश के कुल सरकारी स्कूल- एक लाख 22 हजार 786
प्राथमिक स्कूल-83,890
माध्यमिक स्कूल-30,341
हाईस्कूल - 4740
हायर सेकंडरी स्कूल-3815
शिक्षकों की संख्या- 3.50 लाख
शिक्षकों के खाली पद- 60 हजार
स्कूलों में खेल शिक्षक के स्वीकृत पद-2500
खेल शिक्षक के भरे पद - 758
खाली पद -1742
भोपाल जिले की स्थिति
जिले के कुल सरकारी स्कूल -991
प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल-860
हाई व हायर सेकंडरी स्कूल-131
पदस्थ खेल शिक्षक- 11
इनका कहना है
करीब दस साल से स्कूलों में खेल शिक्षक की भर्ती ही नहीं हुई। सिर्फ हायर सेकंडरी स्कूलों में खेल शिक्षक के पद स्वीकृत हैं इनमें भी 1700 से अधिक पद खाली हैं। इस कारण 1500 अतिथि शिक्षक रखे जा रहे हैं। साथ ही 200 पदों पर खेल शिक्षक की भर्ती की जा रही है।
- आलोक खरे, उप संचालक लोक शिक्षण संचालनालय