भोपाल (नवदुनिया स्टेट ब्यूरो), MP News। जल जीवन मिशन के तहत हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने में जुटी सरकार पानी फिजूल बहने पर भी रोक लगाएगी। इसके लिए घरों में टंकियों पर सेंसर लगाए जाएंगे, ताकि टंकी भरते ही पता चल जाए। पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए प्रत्येक घर में उपकरण दिए जाएंगे। पानी के प्रबंधन के लिए ग्राम स्तर पर डैशबोर्ड की व्यवस्था की जाएगी, ताकि बेहतर मॉनीटरिंग की जा सके। यह बात शनिवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की बैठक में सामने आई। वे मंत्रालय में जल जीवन मिशन और अटल भू-जल योजना की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में शेखावत ने कहा कि हर गांव एवं घर में जलस्रोतों, भू-जल की स्थिति और पानी के उपयोग को लेकर ग्रामीणों को जागरुक करने की जरूरत है।
हर गांव में जल प्रबंधन समितियां बनें और ग्राम पंचायत के माध्यम से जल प्रबंधन हो। इसके लिए हर गांव की जल कार्य योजना तैयार करें। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि मिशन के तहत प्रदेश में तेज गति से काम हो रहा है। छह माह में करीब डेढ़ लाख कनेक्शन दिए गए हैं। मध्य प्रदेश के 1.21 करोड़ घरों में से लगभग 30 लाख में कनेक्शन हो गए हैं तथा 91 लाख 56 हजार घरों में कनेक्शन होने हैं। प्रधानमंत्री ने 2024 तक हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने का संकल्प लिया है।
प्रदेश में यह संकल्प 2023 तक पूरा हो जाएगा। अटल भू-जल योजना का भी रोडमैप तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने बताया अटल भू-जल योजना के पहले चरण में मध्य प्रदेश में तेजी से काम हुआ है। योजना के तहत छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना एवं निवाड़ी के ब्लाक पथरिया, छतरपुर, नौगांव, राजनगर, अजयगढ़, पलैरा, बलदेवगढ़ एवं निवाड़ी में योजना को 2025 तक पूरा करना है। मध्य प्रदेश में योजना की लागत 315.62 करोड़ रुपये है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जल जीवन मिशन पर आधारित पुस्तिकाओं और बुरहानपुर जिले की मिशन की जिला कार्ययोजना का विमोचन भी किया गया।