MP Police Bharti Scam: मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती घोटाले में 14 गिरफ्तार, फरार आरोपितों पर 10-10 हजार का इनाम घोषित
मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में फर्जी अभ्यर्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। साल्वर के जरिए परीक्षा देकर आरक्षक बनने वाले अब तक 33 उम्मीदवारों का खुलासा हो चुका है। जांच एजेंसियों को आशंका है कि यह संख्या और भी अधिक हो सकती है। इस मामले में अब तक 14 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं और चार फरार आरोपितों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया।
By Himadri Hada
Edited By: Himadri Hada
Publish Date: Thu, 12 Jun 2025 01:53:34 PM (IST)
Updated Date: Thu, 12 Jun 2025 02:02:58 PM (IST)
मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती घोटाला 2025।HighLights
- MP पुलिस भर्ती घोटाले में फरार आरोपितों पर इनाम घोषित।
- पुलिस भर्ती घोटाले में अब 33 फर्जी उम्मीदवारों की पहचान।
- आधार अपडेट से वास्तविक कैंडिडेट ने बदला बायोमेट्रिक डेटा।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में फर्जी अभ्यर्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। साल्वर के जरिए परीक्षा देकर आरक्षक बनने वाले अब तक 33 उम्मीदवारों का खुलासा हो चुका है। वहीं जांच एजेंसियों को आशंका है कि यह संख्या और भी अधिक हो सकती है। अब तक इस मामले में 14 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं और चार फरार आरोपितों पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
राज्य पुलिस द्वारा की जा रही गहन जांच में यह सामने आया है कि आरोपितों ने आधार कार्ड अपडेट कर साल्वर से बायोमेट्रिक दर्ज करवाया, और फिर शारीरिक परीक्षा से पहले फिर से आधार अपडेट कर खुद का बायोमेट्रिक दर्ज कराया। इस तरह बायोमेट्रिक आधारित सुरक्षा प्रणाली को चकमा देकर नौकरी हासिल की गई।
मुख्य तथ्य
- अब तक 33 फर्जी उम्मीदवारों की पहचान।
- 14 आरोपितों को किया गया गिरफ्तार, जिनमें साल्वर और आधार अपडेट कराने वाले भी शामिल।
- अब तक 24 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
- चार फरार आरोपितों पर 10-10 हजार का इनाम घोषित।
- आधार अपडेट की मदद से साल्वर और वास्तविक उम्मीदवारों ने बदला बायोमेट्रिक डेटा।
- राज्यभर में टीमें गठित, एसआईटी की अभी जरूरत नहीं मानी गई।
- उत्तर प्रदेश, बिहार, और गुजरात से जुड़े साल्वर गिरोहों का खुलासा।
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जांच अधिकारियों ने क्या कहा?
जांच अधिकारियों का मानना है कि अभी तो मामला केवल आरक्षक भर्ती परीक्षा तक सीमित है, लेकिन यही गिरोह अन्य सरकारी परीक्षाओं में भी साल्वर भेज चुका हो, इसकी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
10 में से 7 टॉपर्स संदेह के घेरे में
ग्वालियर के एक परीक्षा केंद्र में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में भी 10 में से 7 टॉपर्स संदेह के घेरे में थे। इससे साफ है कि भर्ती प्रक्रियाओं में सुनियोजित फर्जीवाड़ा फैला हुआ है।
भर्ती परीक्षाओं में बायोमेट्रिक सत्यापन एक मजबूत प्रणाली मानी जाती है, लेकिन इस घोटाले में दिखाया गया कि कैसे आधार अपडेट प्रणाली का गलत इस्तेमाल कर बायोमेट्रिक डेटा को दो बार बदला गया और सरकारी नौकरी पाई गई।
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हर जिले में बनी टीमें
- जांच के तय बिंदुओं के आधार पर आगे बढ़ रही पड़ताल।
- SIT की फिलहाल कोई आवश्यकता नहीं।
- पुलिस मुख्यालय के मुताबिक सभी संभावित अभ्यर्थियों की जांच की जा रही है।