सौरभ सोनी, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की टीम के गठन की तैयारी अंतिम चरण में है। प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद जिला पदाधिकारी बनाए जाएंगे। तीसरे चरण में निगम- मंडल में नियुक्तियों की बारी आएगी।
जिलों में चल रही खींचतान के चलते जिला कार्यकारिणी गठन का कार्य आगे भी बढ़ाया जा सकता है। वजह यह है कि भोपाल, इंदौर सहित कई जिलों में मंत्री, सांसद और विधायक अपने समर्थकों को जिला कार्यकारिणी में स्थान दिलाना चाहते हैं।
पार्टी ने जिला कार्यकारिणी के गठन से पहले सभी जिलों में पर्यवेक्षक भी भेजे थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट संगठन को सौंप दी है। रिपोर्ट को लेकर हेमंत खंडेलवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के बीच एक दौर की बातचीत भी हो चुकी है।
साथ ही, प्रदेश कार्यकारिणी के गठन पर राज्य और केंद्रीय नेतृत्व के बीच भी चर्चा हो चुकी है। मध्य प्रदेश में पूर्व भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कार्यकाल लगभग साढ़े पांच वर्ष का रहा। फरवरी 2020 में तत्कालीन अध्यक्ष राकेश सिंह की जगह उनकी नियुक्ति की गई थी।
तब से अब तक अधिकांश जिलाध्यक्ष, उनकी टीम और प्रदेश पदाधिकारियों की टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बीते सप्ताह हेमंत खंडेलवाल, हितानंद और मुख्यमंत्री मोहन यादव दिल्ली गए थे। जहां राष्ट्रीय संगठन संयुक्त महासचिव शिवप्रकाश के साथ नई टीम के गठन को लेकर चर्चा हुई।
चुने गए पदाधिकारियों की सूची भी राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष को सौंप दी गई है। जो केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के बाद जारी की जाएगी। पार्टी नेताओं ने यह भी दावा किया कि जिला कार्यकारिणी का विवाद जल्द सुलझा लिया जाएगा और वह भी घोषित कर दी जाएगी।