Weather Of MP: मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सहित 55 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
समय से पहले पहुंचा मानसून अब पूरे मध्यप्रदेश में सक्रिय हो गया है। मंगलवार तक जहां 19 जिलों में बारिश हुई थी, वहीं बुधवार को यह संख्या 35 हो गई। भिंड को छोड़कर सभी जिलों में मानसून पहुंच चुका है। गुरुवार से प्रदेशभर में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
Publish Date: Wed, 18 Jun 2025 09:10:37 PM (IST)
Updated Date: Wed, 18 Jun 2025 09:10:37 PM (IST)
मध्य प्रदेश में गुरुवार को भारी बारिश की चेतावनी। (फोटो- एआई जनरेटेड)HighLights
- ग्वालियर तक मानसून तेजी से पहुंचा, अनुमान से पहले
- बंगाल और राजस्थान में कम दबाव से बढ़ी सक्रियता
- 25 जून के बाद नई प्रणाली से रुक-रुक कर बारिश
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। समय से पहले आया मानसून 15 दिनों तक मुंबई के आसपास ठिठका रहा। अब जब वह आगे बढ़ा है, तो उसने अपनी रफ्तार से पूर्वानुमानों को धता बता दिया है। सोमवार को प्रदेश की सीमा में पहुंचा मानसून बुधवार को ग्वालियर तक पहुंच गया। सामान्य तौर पर वहां तक पहुंचने में एक सप्ताह का समय लगता है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि मानसून ने भोपाल सहित 35 अन्य जिलों में भी प्रवेश कर लिया। मंगलवार को मानसून 19 जिले कवर कर चुका था। अभी भिंड जिले को छोड़कर मानसून पूरे प्रदेश में छा चुका है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में कई स्थानों पर अच्छी बारिश की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, ग्वालियर, खजुराहो, सोनभद्र, गया से होकर गुजर रहा है। मानसून लगभग पूरे प्रदेश में छा चुका है।
इस मौसमी तंत्र से बढ़ी सक्रियता
- मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में एक गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी संबद्ध है, जो दक्षिण दिशा की और झुका हुआ है। इसके गुरुवार तक झारखंड पहुंचने के आसार हैं।
- मध्य राजस्थान पर भी एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात संबद्ध है, जो दक्षिण दिशा की तरफ झुका हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी गुजरात तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो पंजाब से होकर जा रही है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के मध्य में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इनके असर से मानसून ने रफ्तार पकड़ी है।
यह होगा इसका असर
अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से गुरुवार से प्रदेश के अधिकतर जिलों में अच्छी बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि 25-26 जून के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस वजह से रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बनी रहने के भी आसार हैं।