नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर हवा के ऊपरी भाग में तीन चक्रवात बने हुए हैं। मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को रीवा, सागर, शहडोल, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 41, मलाजखंड एवं दमोह में 18, धार में 16, खंडवा में 13, रीवा में 10, सागर में नौ, इंदौर में पांच, सतना एवं मंडला में चार, सिवनी में तीन,उमरिया में दो, गुना में एक, बैतूल एवं खजुराहो में 0.4, जबलपुर में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिणी झारखंड पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में भी एक प्रभावी चक्रवात मौजूद है।
मानसून द्रोणिका बीकानेर, शिवपुरी, सीधी, डाल्टनगंज, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। इसके अतिरिक्त दक्षिणी गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका भी बनी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से शनिवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल संभाग के जिलों में वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी बादल बने रह सकते हैं। साथ हीं कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।