Weather Of MP: मध्य प्रदेश में पांच मौसम प्रणालियां एक्टिव, ग्वालियर, शहडोल व सागर सहित 10 जिलों में क्षेत्र में होगी भारी बारिश
प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। पांच मौसम प्रणालियों के असर से अधिकतर जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। 26 जून से बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने की संभावना है। शिवपुरी, मुरैना, सतना सहित कई जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।
Publish Date: Thu, 19 Jun 2025 09:43:19 PM (IST)
Updated Date: Thu, 19 Jun 2025 09:43:19 PM (IST)
मध्य प्रदेश में जमकर होगी बारिश। (फाइल फोटो)भोपाल, नईदुनिया प्रतिनिधि। मानसून अब पूरे प्रदेश में छा चुका है। इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। झारखंड पर बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने पर शनिवार से बारिश का सिलसिला और तेज होने की संभावना है।
गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक रतलाम में 29, धार में 12, सीधी में 9, भोपाल में 5, नर्मदापुरम में 4, उज्जैन में 3, ग्वालियर में 2, गुना एवं जबलपुर में 1 और मंडला में 0.8 मिलीमीटर बारिश हुई। शुक्रवार को ग्वालियर, सागर, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने के भी आसार हैं।
इन जिलों में बारिश के आसार
- मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि वर्तमान में मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, ग्वालियर, खजुराहो, सोनभद्र, बलिया से होकर गुजर रही है। पूर्वोत्तर झारखंड एवं उससे लगे पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी संबद्ध है, जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है। इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है।
- दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। दक्षिण पंजाब से असम तक पूर्व-पश्चिमी द्रोणिका बनी हुई है, जो उत्तर-पूर्वी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र से होकर जा रही है। इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे प्रदेश में ही हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है। शुक्रवार को शिवपुरी, मुरैना, सतना, मैहर, डिंडौरी, छतरपुर एवं अनूपपुर में भारी बारिश होने के आसार हैं।
जारी रह सकता है रुक-रुककर बारिश का सिलसिला
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में 26 जून को एक नया कम दबाव का क्षेत्र भी बनने के संकेत मिले हैं। इस वजह से पूरे जून माह में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बना रहने की उम्मीद है।