नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार नमी आने के कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, आज पूरे प्रदेश में बारिश होने के आसार हैं। विशेषकर भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, हरदा, होशंगाबाद, बैतूल, इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी में अति भारी बारिश हो सकती है।
शेष क्षेत्रों में भी मध्यम बारिश होगी। बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक श्योपुर में 41, नर्मदापुरम में 31, नरसिंहपुर में 27, पचमढ़ी में 26, रतलाम में 23, इंदौर में 21, खरगोन एवं शिवपुरी में 20, भोपाल में 18, ग्वालियर एवं रायसेन में 17, उज्जैन में 15 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है।
गुरुवार को इसके ओडिशा और उससे लगे झारखंड पर पहुंचने की संभावना है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, दमोह, पेंड्रा रोड, संबलपुर, उत्तरी ओडिशा तट से गहरे कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिणी हरियाणा और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। विदर्भ और उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है।
एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। कम दबाव का क्षेत्र लगातार आगे बढ़ रहा है। उसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में तीन दिन तक अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि लगातार नमी आने के कारण रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बना हुआ है।
गुरुवार को भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की भी संभावना है। उधर पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मलाजखंड में 76.6, सिवनी में 74.8, नर्मदापुरम में 67.2, नरसिंहपुर में 46, श्योपुर में 25.2, जबलपुर में 22.7, शिवपुरी में 22, भोपाल में 21.5 मिमी. बारिश हुई।