नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, पूर्व उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवात के असर से उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की बारिश हो रही है। इन क्षेत्रों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला रविवार, सोमवार को भी बना रह सकता है।
मध्य प्रदेश के 23 जिलों ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, मुरैना, श्योपुर, भिंड, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, सागर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में आज बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश के बाकी क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। उधर, शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक टीकमगढ़ में 14, सतना में 10, उमरिया एवं रीवा में दो, नौगांव एवं सीधी में एक, सागर में 0.8, नर्मदापुरम में 0.5 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, मानसून द्रोणिका वर्तमान में फिरोजपुर, अंबाला, नजीबाबाद, शाहजहांपुर, बाराबंकी, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, बरहामपुर से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
पूर्वी बिहार और उससे लगे पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है, जो दक्षिण-पश्चिम की तरफ झुका है। पंजाब एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है। इसी तरह पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं उसके आसपास भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वातावरण में काफी नमी अभी भी मौजूद है, जिसकी वजह से प्रदेश में कई शहरों में बादल बने हुए हैं।
हालांकि बीच-बीच में अब धूप भी निकलने लगी है। उधर, पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बने चक्रवात के कारण उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इस तरह का सिलसिला अभी बना रह सकता है। शेष क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।