
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं। पूरे प्रदेश में अधिकतम तापमान सामान्य से काफी कम बना हुआ है। साथ ही कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, अभी बादल बने रहेंगे। साथ ही इंदौर, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों में बारिश के आसार हैं।
शुक्रवार को प्रदेश में दिन का सबसे कम 22.5 डिग्री सेल्सियस तापमान उज्जैन में दर्ज किया गया। रात का सबसे कम 16 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ एवं शिवपुरी में दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक उज्जैन में पांच, सीधी में दो, उमरिया एवं धार में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
मध्य प्रदेश के 15 जिलों इंदौर, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, उज्जैन, आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम और शाजापुर में आज बारिश के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, गहरा कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिमी झारखंड और उसके आसपास बना हुआ है। इसके उत्तर एवं उत्तर-पूर्व दिशा में आगे बढ़ते हुए शनिवार तक कमजोर पड़कर कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। पूर्व-अरब सागर पर अवदाब का क्षेत्र मौजूद है। इसके शनिवार को गुजरात के तट के पास पहुंचने की संभावना है। उत्तरी अंडमान सागर पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
रविवार को इसके पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंचकर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त तीन नवंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि गहरा कम दबाव का क्षेत्र झारखंड पहुंच गया है, लेकिन अवदाब का क्षेत्र गुजरात की तरफ बढ़ने लगा है।