नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, लेकिन ओडिशा के आसपास बने चक्रवात के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश हो रही हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक भोपाल (शहर) में 60, भोपाल एयरपोर्ट क्षेत्र में 35, सागर में 29, छिंदवाड़ा में 16, मलाजखंड में 15, रायसेन में नौ, दमोह में सात, नरसिंहपुर में दो, नर्मदापुरम में 0.9, सतना में 0.6 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम, भोपाल संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। शेष क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
मध्य प्रदेश के 19 जिलों भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में आज बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक अवदाब का क्षेत्र वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान में बना हुआ है। इसके बुधवार को अरब सागर पहुंचने की संभावना है। मानसून द्रोणिका अवदाब के क्षेत्र से जोधपुर, देवमाली, बाराबंकी, छपरा, पुरुलिया, दीघा से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिणी ओडिशा और उससे लगे तटीय आंध्रप्रदेश के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना रहने के कारण हवाओं के साथ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इसके अतिरिक्त ओडिशा के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से पूर्वी मध्य प्रदेश में मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। इस तरह की स्थिति अभी दो-तीन दिन तक बनी रह सकती है।