
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। हवाओं का रुख उत्तरी होने और मौसम शुष्क होने से मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो दिन तक बना रह सकता है। उसके बाद हवाओं का रुख बदलने से शीतलहर से राहत मिल सकती है।
इस वजह से शनिवार को रात का सबसे कम 6.5 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा। भोपाल, राजगढ़ एवं रीवा में तीव्र शीतलहर एवं सीहोर, इंदौर, शाजापुर, सतना, शहडोल, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव एवं शिवपुरी में शीतलहर का प्रभाव रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के पास एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके रविवार तक पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके रायकवार ने बताया कि वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तर एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है।
सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस तरह की स्थिति अभी दो दिन तक बनी रह सकती है। उसके बाद हवा का रुख बदलने से वातावरण में कुछ नमी आने के कारण कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के आसपास के राज्यों में भी रात का तापमान काफी कम बना हुआ है।
बीच-बीच में हवाओं का रुख पूर्वी तो हो रहा है, लेकिन हवाओं की गति काफी मंद रहने के कारण भी रात का तापमान कम बना हुआ है। ठंड के तीखे तेवर अभी दो दिन और बने रह सकते हैं। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से दो दिन बाद हवाओं के साथ कुछ नमी आने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश में शीतलहर से राहत मिलने की उम्मीद है।