नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल (Mukhyamantri Sugam Parivahan Sewa)। मध्य प्रदेश में सुगम परिवहन सेवा की शुरुआत इसी वर्ष सितंबर में हो सकती है। प्रयोग के तौर महाकाल की नगरी उज्जैन से इसकी शुरुआत होगी। परिवहन विभाग इस सेवा के लिए परमिट देने से लेकर अन्य तैयारी करने में जुटा है। इसके लिए रूटों का सर्वे किया जा चुका है। उज्जैन में प्रयोग सफल होने के बाद अन्य जिलों में सुगम परिवहन सेवा प्रारंभ की जाएगी।
निजी बस ऑपरेटरों से अनुबंध कर बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए परमिट सरकार का रहेगा न कि अनुबंधकर्ता का। सुगम परिवहन सेवा को कैबिनेट की स्वीकृति मिल चुकी है। धार्मिक नगरी होने के साथ ही वर्ष 2028 में सिंहस्थ को देखते हुए सबसे पहले बस संचालन के लिए उज्जैन को चुना गया है। जिले के भीतर और एक से दूसरे जिलों के बीच यह सेवा प्रारंभ की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि बस संचालन के लिए उज्जैन और इंदौर संभाग में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब जबलपुर और सागर संभाग में सर्वे होगा। साथ ही बस संचालन के लिए कंपनियों के गठन की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। राज्य स्तर पर एक होल्डिंग कंपनी के अतिरिक्त भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर और रीवा में संभाग स्तरीय कंपनियां बनाई जाएंगी। इस तरह कुल आठ कंपनियां बनेंगी।
जिला स्तर पर कलेक्टरों की अध्यक्षता में समिति बनेगी जो मार्ग निर्धारण और यात्री सुविधाओं से जुड़ी व्यवस्थाओं का प्रबंधन करेगी। हर रूट पर अलग-अलग समय अंतराल के लिए अलग-अलग परमिट दिए जाएंगे। सभी के लिए अलग निविदा भी कराई जाएंगी। यात्रियों की सुविधा के लिए एप भी तैयार किया जा रहा है। साथ ही पूरी व्यवस्था की निगरानी के लिए डैशबोर्ड बनाया जाएगा। बस का संचालन प्रारंभ करने के पहले संबंधित मार्ग पर ट्रायल किया जाएगा।
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