राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भाेपाल : नौ दिन भोपाल से दिल्ली तक चली कवायद के बाद भाजपा ने सोमवार को 18 और मंगलवार को 12 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी। इससे पहले उज्जैन और विदिशा के अध्यक्षों की घोषणा एक दिन पहले हो चुकी है। जिलाध्यक्षों के चुनाव में भाजपा संगठन के पसीने छूट गए, बड़े नेताओं की खींचतान में रायशुमारी को भी तवज्जो नहीं मिल पाई।
ग्वालियर-चंबल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जसवंत जाटव को शिवपुरी का अध्यक्ष बनाया गया है। जाटव को भाजपा में आए पांच वर्ष भी हुए हुए हैं। वर्ष 2020 में दलबदल के बाद जाटव उपचुनाव हार गए थे। पिछले चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।
इससे पहले भाजपा ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र के विदिशा जिले में उनके करीबी महाराज सिंह दांगी को और मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन का जिला अध्यक्ष घोषित किया था और मुख्यमंत्री के करीबी संजय अग्रवाल को उज्जैन नगर जिला अध्यक्ष बनाया गया था।
पार्टी अब राजनीतिक समीकरणों के आधार पर ही अन्य जिलाध्यक्षों की घोषणा करेगी। भोपाल में पचौरी रिपीट नहीं हो पाए, रविंद यति नए जिलाध्यक्ष- भोपाल में रविंद्र यति को नगर अध्यक्ष बनाया गया है। यति भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के नजदीकी रहे हैं।
कुछ जिलों में पुराने अध्यक्षों पर ही भरोसा जताया गया है। गुना में धर्मेंद्र सिकरवार को पुन: कमान सौंपी गई है हालांकि अब भी अब सिंधिया कैंप के ही खासमखास हैं। इसी तरह रतलाम में प्रदीप जायसवाल, छतरपुर में चंद्रभान गौतम को एकबार फिर संगठन की कमान सौंपी गई है।
जिला अध्यक्ष जल्द ही घोषित किए जाएंगे। लोकसभा चुनाव से पहले मऊगंज, छतरपुर, पन्ना, मैहर, हरदा, बुरहानपुर और रतलाम के जिला अध्यक्ष बदले गए थे, उन्हें फिर रिपीट किया गया है। 18 जिलों में एक महिला को भी जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। वंदना खंडेलवाल को नीमच का जिला अध्यक्ष बनाया गया है।
पार्टी अब राजनीतिक समीकरणों के तहत प्राथमिकता के आधार पर जिला अध्यक्षाें की घोषणा करेगी। जिला अध्यक्ष को लेकर दो जनवरी से कवायद की जा रही थी। पार्टी पदाधिकारियों का दावा था कि पांच जनवरी तक जिला अध्यक्ष घोषित कर दिए जाएंगे।