भोपाल स्टेशन पर नया एफओबी और भवन एस्केलेटर-ट्रेवलेटर से जुड़ेंगे, यात्रियों को होगी सहूलियत
स्टेशन पर दूसरी यात्री सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। भोपाल स्टेशन पर रोजाना 130 से अधिक ट्रेनें ठहरती हैं।
By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sun, 02 Jan 2022 01:58:50 PM (IST)
Updated Date: Sun, 02 Jan 2022 01:58:50 PM (IST)

भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। भोपाल रेलवे स्टेशन पर ट्रेवलेटर और ऐस्केलेटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसका फायदा रोजाना 25 हजार से अधिक यात्रियों को होगा। अभी स्टेशन परिसर में केवल दो ट्रेवलेटर हैं। नए ट्रेवलेटर व ऐस्केलेटर मार्च 2022 के अंत तक चालू कर दिए जाएंगे। दरअसल, भोपाल रेलवे स्टेशन के नए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) और प्लेटफार्म एक की तरफ बन रहे निर्माणाधीन भवन को ट्रेवलेटर और ऐस्केलेटर से जोड़ा जाएगा। भवन निर्माण पूरा होने के बाद पांच लेन वाली ड्राप एंड गो सुविधा भी शुरू हो जाएगी। इसके शुरू होने से यात्रियों को स्टेशन के नजदीक तक पहुंचने और यात्रियों को छोड़ने व लेने में मदद मिलेगी। अभी इस ओर केवल एक लेन है, जिसमें बार-बार जाम की स्थिति बन जाती है।
बता दें कि भोपाल स्टेशन के विस्तार पर रेलवे का जोर है। इसका काम अलग-अलग चरणों में पूर्व से किया जा रहा है, जिसमें तेजी लाई गई है। निर्माणाधीन नए भवन को नए एफओबी से जोड़ने का काम लगभग अंतिम चरणों में है। इस काम से आसपास के रहवासियों और व्यापारियों को भी फायदा होगा। वे एफओबी की मदद से रेलवे ट्रैक के एक से दूसरी ओर आना-जाना कर सकेंगे। भोपाल स्टेशन पर रोजाना 130 से अधिक ट्रेनें ठहरती हैं। इन ट्रेनों में सामान्य दिनों में 25 हजार से अधिक और अवकाश के विवाह के सीजन में 50 हजार से अधिक यात्री चढ़ते-उतरते हैं।
स्टेशन परिसर में ये काम भी होंगे
— स्टेशन परिसर में हरियाली का दायरा बढ़ाया जाएगा। स्टेशन के नजदीक एक पार्क विकसित करेंगे।
— स्टेशन परिसर के अंदर पूर्व से बने पार्कों का जीर्णोद्धार किया जाएगा।
— यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
— स्टेशन परिसर में चारों तरफ से बाउंड्रीवाल को मजबूत किया जाएगा। जिन हिस्सों में बाउंड्रीवाल नहीं है, वहा निर्माण की जाएगी।
— प्लेटफार्म एक की तरफ अतिरिक्त लाइटें लगाईं जाएंगी, जो अधिक रोशनी देने की क्षमता वाली होंगी।
— स्टेशन के दोनों तरफ पार्किंग को सुरक्षित किया जाएगा। बूम बैरियर लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी।