भोपाल (राज्य ब्यूरो)। सिमी, जेएमबी और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के बाद अब प्रतिबंधित संगठन हिज्ब उत-तहरीर (एचयूटी) से जुड़े लोगों की संदिग्ध गतिविधियां मध्य प्रदेश में सामने आई हैं। मध्य प्रदेश आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने 11 लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया, जिनमें 10 को भोपाल और एक को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया गया है। भोपाल में पकड़े गए आरोपितों से संबंधित पांच लोगों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है। इन्हें भोपाल लाया जा रहा है। यह जानकारी मध्य प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने दी है।
तलाशी के दौरान इनके पास से बड़ी मात्रा में उपकरण, देशविरोधी एवं जेहादी साहित्य, विस्फोटक बनाने का साहित्य एवं सामग्री और डिजिटल दस्तावेज जब्त किए गए हैं। प्रतिबंधित संगठन हिज्ब उत-तहरीर को पूर्व में तहरीक-ए-खिलाफत के नाम से जाना जाता था। इसका उद्देश्य लोगों को भड़काकर भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करना है। गिरफ्तार सभी आरोपितों को मंगलवार शाम भोपाल जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से एटीएस ने पूछताछ के लिए उन्हें 19 मई तक रिमांड पर लिया है। पूछताछ में इनसे जुड़े कुछ और लोगों की जानकारी सामने आ सकती है। साथ ही यह भी पता चलेगा कि इनकी योजना और विस्तार की रणनीति क्या थी।
आरोपित जिम ट्रेनर, कंप्यूटर टेक्नीशियन, दर्जी, आटो ड्राइवर आदि के रूप में आमजन के बीच काम कर रहे थे। एटीएस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपित अपने लक्ष्य और क्षेत्र की रेकी के लिए ड्रोन कैमरे का उपयोग करते थे।
विभिन्न देशों में हिंसक कृत्यों में शामिल रहे हैं संगठन के लोग
यह संगठन भारत की वर्तमान शासन प्रणाली को इस्लाम विरोधी बताकर देश में शरिया कानून लागू करने का समर्थक है। यह देश में गोपनीय रूप से मुस्लिम नौजवानों में खिलाफत की विचारधारा को फैलाने और संगठन का विस्तार करने के लिए काम कर रहा है। करीब 50 देशों में सक्रिय इस संगठन से जुड़े व्यक्ति कई देशों में हिंसक कृत्यों में शामिल रहे हैं। देशविरोधी गतिविधियों के चलते 16 देशों ने इस पर प्रतिबंध लगाया है। इसकी स्थापना 1952 में यरुशलम में हुई थी। मुख्यालय लंदन में है।
एटीएस की एक वर्ष से थी नजर
हिज्ब उत-तहरीर से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर मप्र पुलिस के खुफिया तंत्र की एक वर्ष से नजर थी। लगभग नौ माह से प्रदेश में इसके सदस्यों की गतिविधियां बढ़ी थीं। इसके कर्ताधर्ता युवाओं को संगठन से जोड़ने में लगे थे। पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी इस संगठन का मजबूत नेटवर्क बताया जाता है।
इन्हें किया गया गिरफ्तार
भोपाल से यासिर खान, सैयद सामी रिजवी, शाहरुख, मिस्बाह, शाहिद, सैयद दानिश अली, मेहराज, खालिद हसन, वसीम खान व मो. आलम को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा अब्दुल करीम को छिंदवाड़ा से पकड़ा गया। हैदराबाद से मोहम्मद सलीम, अब्दुर्रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद और मोहम्मद हमीद को दबोचा गया।
एचयूटी पर हम काफी समय से नजर रखे हुए थे। हैदराबाद में जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उन्हें भी भोपाल लाया जाएगा।
- डा. नरोत्तम मिश्रा, गृह मंत्री, मप्र।