By Ravindra Soni
Edited By: Ravindra Soni
Publish Date: Sat, 01 Jan 2022 03:31:39 PM (IST)
Updated Date: Sat, 01 Jan 2022 03:31:39 PM (IST)
भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। निशातपुरा अभी छोटा स्टेशन है। नए वर्ष 2022 में यह राजधानी भोपाल का चौथा बड़ा स्टेशन होगा। अभी निशातपुरा में प्लेटफार्मों का विस्तार किया जा रहा है। शेड बनाए जा रहे हैं। फुट ओवरब्रिज (एफओबी) भी बनाया जाएगा। पार्किंग व्यवस्था होंगी। इन कामों पर 20 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह स्टेशन मई 2022 के अंत तक नए स्वरूप में आम यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगा। इस स्टेशन पर दिल्ली, चेन्न्ई और इंदौर की तरफ जाने वाली सात ट्रेनों को रोका जाएगा।
बता दें भोपाल रेलवे स्टेशन से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर निशातपुरा स्टेशन है, जो कई वर्षों से छोटा स्टेशन है। यहां रेलवे का गोदाम भी है। कोरोना संक्रमण के पहले तक स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेनें ठहराव लेकर चलती थी। यहां बीना-नई दिल्ली, चेन्न्ई और उज्जैन-इंदौर की तरफ जोन वाले रेल मार्ग मिलते हैं। छोटा स्टेशन होने के कारण यहां यात्री सुविधाएं नहीं हैं, इसलिए इंदौर-उज्जैन और बीना-दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों को भोपाल स्टेशन तक लाया जाता है। भोपाल में ठहराव लेने के बाद पुन: इन ट्रेनों को निशातपुरा की तरफ चलाया जाता है। इस तरह ट्रेनों के आपरेशन में समय लगता है। दूसरी ट्रेनें प्रभावित होती हैं, इसलिए निशातपुरा को विकसित किया जाकर बड़ा स्टेशन बनाया जा रहा है ताकि बीना-दिल्ली और उज्जैन-इंदौर की तरफ जाने वाली ट्रेनों को भोपाल तक न लाना पड़े। रेलवे के इस कदम से जहां कुछ यात्रियों को असुविधा होगी, तो हजारों यात्रियों को फायदा भी होगा।
निशातपुरा को विकसित करना इसलिए जरूरी
- ऐसी सात ट्रेनें हैं जिन्हें भोपाल लाना पड़ता है। प्रत्येक के इंजन बदलने पड़ते हैं। इंजन बदलने की प्रक्रिया में 30 से 45 मिनट लगते हैं। तब तक इंजनों के मूवमेंट से भोपाल स्टेशन की लूप लाइन व मेन लाइन पर अतिरिक्त ट्रैफिक बढ़ जाता है। जिन ट्रेनों के इंजन बदले जाते हैं वे तो प्रभावित होती ही हैं, लेकिन उस दौरान जो ट्रेनें भोपाल से होकर चेन्नई-दिल्ली की तरफ गुजरती हैं, उन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इस तरह हजारों यात्री प्रभावित होते हैं।
- यात्री व रेलवे को इस प्रभाव से बचाने के लिए निशातपुरा विकसित कर भोपाल होकर इंदौर-उज्जैन से बीना और बीना की तरफ से भोपाल होकर इंदौर-उज्जैन की तरफ जाने वाली ट्रेनों को निशातपुरा पर ठहराव दिया जाएगा।
निशातपुरा में इन ट्रेनों को रोक सकता है रेलवे
- 19321-19322 इंदौर-राजेंद्र नगर-इंदौर साप्ताहिक एक्सप्रेस।
- 19313-19314 इंदौर-पटना द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस।
- 22911-22912 इंदौर-हावड़ा-इंदौर क्षिप्रा एक्सप्रेस।
- 14115-14116 प्रयागराज-हावड़ा-प्रयागराज एक्सप्रेस।
- 22821-22830 शालीमार-भुज-शालीमार एक्सप्रेस।
- 19421- 19422 अहमदाबाद-पटना-अहमदाबाद एक्सप्रेस।
- 14319-14320 इंदौर-बरेली-इंदौर साप्ताहिक एक्सप्रेस।
रेलवे के सामने होंगी ये चुनौती
- यदि इन ट्रेनों को निशातपुरा में रोका गया तो नए भोपाल के रहवासियों को निशातपुरा पहुंचने में दिक्कतें होंगी। जाम का सामना करना पड़ सकता है। निशातपुरा तक पहुंचने के लिए मार्ग ठीक नहीं है। ऐसे में रेलवे को निशातपुरा रेल कारखाना की तरफ पार्किंग और प्रकाश व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्थाएं करनी होंगी।
- इस स्टेशन तक पहुंचने और ट्रेनों से उतरकर शहर के अन्य क्षेत्रों में आने-जाने वाले यात्रियों के लिए बसों की सुविधा नगर निगम से बोलकर शुरू करानी होगी।
- निशातपुरा पहुंच मार्गों पर रात्रिकालीन प्रकाश की व्यवस्था करानी होगी।
- रात में आने-जाने वाले यात्रियों के लिए क्षेत्र का माहौल अच्छा रहे, इस बात का इंतजाम कराना होगा।
- निशातपुरा में उतरकर नागपुर, जबलपुर समेत अन्य शहरों में जाने वाले यात्रियों के लिए संबंधित ट्रेनों का ठहराव शुरू करना होगा। यदि यह नहीं किया गया तो यहां उतरने वाले यात्री भोपाल आने के लिए मजबूर होंगे। ऐसे में उन्हें परेशानी होंगी।
निशातपुरा स्टेशन का विस्तार किया जा रहा है। यात्रियों को एफओबी, लिफ्ट, पार्किंग समेत प्रत्येक जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी। स्थानीय प्रशासन के सहयोग से निशातपुरा पहुंचने और यहां से उतरकर शहर के अन्य स्थानों तक पहुंचने वाले यात्रियों के लिए आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
- सौरभ बंदोपाध्याय, डीआरएम, भोपाल रेल मंडल