भोपाल (राज्य ब्यूरो)। इंदौर के पास स्थित पातालपानी रेलवे स्टेशन अब जननायक टंट्या भील के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार की अनापत्ति के बाद मध्य प्रदेश परिवहन विभाग ने पातालपानी रेलवे स्टेशन के नाम परिवर्तन करने की अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशित कर दी है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2021 में मंडला जिले में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासी जननायक टंट्या भील के नाम पर करने की घोषणा की थी। परिवहन विभाग ने इसको लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई। इसके बाद गुरुवार को परिवहन विभाग ने नाम परिवर्तन की अधिसूचना जारी कर दी। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया जा चुका है।
24 कोे फहराया जाएगा संयुक्त राष्ट्र का ध्वज
भोपाल (राज्य ब्यूरो)। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी प्रदेश में 24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र दिवस समारोह मनाया जाएगा। भोपाल के सरकारी भवनों में भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ संयुक्त राष्ट्र का ध्वज भी फहराया जाएगा। यह ध्वज राजभवन, विधानसभा भवन एवं न्यायालय के भवनों पर नहीं फहराया जाएगा।
वर्ष 2020 के साहित्यिक कृति पुरस्कार घोषित
भोपाल (नप्र)। मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2020 के मध्य प्रदेश की छह बोलियों मालवी, निमाड़ी, बघेली, बुंदेली, भीली और गोंडी के साहित्यिक कृति पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। प्रति पुरस्कार 51 हजार रुपये की राशि दी जाती है। मालवी के लिए संत पीपा स्मृति पुरस्कार शिव चौरसिया उज्जैन की कृति असो मालवो हे म्हारो, निमाड़ी के लिए संत सिंगाजी स्मृति पुरस्कार डा. मीना साकल्ले इंदौर की कृति चंदन को झाड़, बघेली के लिए विश्वनाथ सिंह जूदेव स्मृति पुरस्कार रामसखा नामदेव शहडोल की कृति केसे कही, बुंदेली के लिए छत्रासाल स्मृति पुरस्कार डा. मीनू पांडेय 'नयन" भोपाल की कृति बुंदेली बतरस, भीली के लिए टंट्या भील स्मृति पुरस्कार डा. गजेंद्र आर्य झाबुआ की कृति टापरा-टापरा को दिया गया है। गोंडी के लिए स्थापित रानी दुर्गावती स्मृति पुरस्कार हेतु कोई भी कृति प्रविष्टि के रूप में प्राप्त नहीं हुई थी।