नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पिपलानी के इंद्रपुरी में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब डेढ़ बजे पुलिस की बेरहम चेहरा नजर आया। जब थाने के दो आरक्षकों ने 22 वर्षीय इंजीनियर उदित कुमार गायिकी को दोस्तों के साथ कार में देखकर पूछताछ, थोड़ी ही देर में पुलिस के डर से इंजीनियर कार से निकलकर बचने के लिए भागा। पीछे-पीछे पुलिस के सिपाही भी भागे और आगे जाकर उसे पुलिसकर्मियों ने पकड़कर सड़क पर उसे अर्धनग्न घुमाया और एक स्थान पर खड़े कर दोस्तों के सामने डंडे से मारपीट की। इस दौरान इंजीनियर के दोस्त आरक्षकों के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उनका मन नहीं पसीजा और दोस्तों ने बीच बचाव करने के बाद वह माने। मारपीट के करीब आधे घंटे बाद छात्र की मौत हो गई।
घटना की जानकारी के लगने के बाद दोनों आरक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। छात्र की मौत का कारण हार्टअटैक है या मारपीट इससे जानने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इधर, आरक्षक की मारपीट का पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद पिपलानी पुलिस के मुताबिक ऐशबाग बाग दिलकुशाबाद निवासी उदित कुमार गायिकी के पिता राजकुमार गायिकी ऊर्जा विभाग में इंजीनियर हैं। मृतक के मामा सुभाष गावंडे ने बताया कि उदित दो बहनों का इकलौता छोटा भाई था। उसके जीजा केतन अडलक डीएसपी हैं, वर्तमान में बालाघाट में हॉकफोर्स में तैनात हैं। उदित ने 2025 में ही सीहोर स्थित वीआइटी कालेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी और बीते दो महीने से बेंगलुरु में रह रहा था। जल्द ही वह नौकरी ज्वॉइन करने वाला था।
पिछले दिनों ही वह वापस भोपाल लौटा था और गुरुवार को वीआइटी कॉलेज डिग्री लेने के लिए गया था। जल्द ही वह बेंगलुरु में नौकरी ज्वॉइन करने वाला था, इससे पहले वह गुरुवार रात को अपने बचपन के दोस्तों के साथ पार्टी मनाने के लिए निकला था। वह दोस्त अक्षत की कार में उसके और दीपेश के साथ था। जबकि दूसरी कार में रोहन, आदित्य समेत दूसरे दोस्त थे।
मृतक छात्र के दोस्त दीपेश ने बताया कि दूसरी कार में सवार दोस्त वहां से निकले ही थे कि तभी रात्रि गश्त कर रहे पिपलानी पुलिस के आरक्षक सौरभ आर्य और संतोष बामनिया वहां पहुंचे। दोस्त दीपेश के अनुसार कार के कांच खुले हुए थे, दोनों अंदर झांकने लगे। कार में चूंकि शराब रखी थी तो उदित पुलिसकर्मियों को देखते ही दरवाजा खोलकर पीछे की ओर भाग निकला, दोनों पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया और करीब 100 मीटर की दूरी पर उसे पकड़ लिया।
वर्मा टी स्टाल के सामने आरक्षक सौरभ आर्य ने दित को पैर और पीठ समेत पूरे शरीर पर एक के बाद एक कई डंडे बरसाए। उसके दोस्त रोहन ने अपने दोस्त की बर्बरता से हुई पिटाई को देखा तो पीछे कार में सवार दोस्त अक्षत और दीपेश को सूचना दी। वे सभी लोग वहां पहुंचे और लेनदेन कर मामला को खत्म करने की पेशकश की। जहां सिपाहियों ने दस हजार रुपये मांगे।
दीपेश ने बताया कि हम लोग आनंद नगर में आनंदनगर में एक पुलिसकर्मी के माध्यम से पूरा मामला सुलझाना चाहते थे तो आनंद नगर की ओर जाने लगे तभी पीछे देखा दोनों सिपाहियों ने रास्ता बदलकर भाग गए। अक्षत, दीपेश और अन्य दोस्त जब रात करीब 2:15 बजे आनंदनगर पहुंचे तो देखा कि उदित का हाथ पैर लटके हैं, उन्होंने चैक किया तो पाया कि उसकी सांसें थम चुकी थी। आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, वहां से एम्स रेफर कर दिया गया, लेकिन एम्स पहुंचते ही डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह ने कहा कि मारपीट करने वाले दोनों आरक्षकों को निलंबित किया गया है। मृतक की शार्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।